जम्मू-कश्मीर के राजौरी में तैनात मुजफ्फरनगर निवासी बीएसएफ जवान विनोद कुमार बुधवार रात आतंकियों से हुई मुठभेड़ में शहीद हो गए। मुजफ्फरनगर में भौराकलां थाना क्षेत्र के गांव मोहम्मदपुर मार्डन में परिजनों को जब बीएसएफ की तरफ से इसकी सूचना मिली तो कोहराम मच गया। शहीद का पार्थिव शरीर आज उनके गांव पहुंचेगा. वहीं इस सूचना पर एसडीएम और थानाध्यक्ष भौराकलां शहीद के गांव पहुंचे और जानकारी ली.
2013 में हुए थे भर्ती
मिली जानकारी के अनुसार शहीद जवान 2013 में बीएसफ में भर्ती हुआ था। परिजनों ने बताया कि विनोद की तैनाती पंजाब के गुरदासपुर में थी। जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने के बाद विनोद की बटालियान की तैनाती जम्मू-कश्मीर में हो गई।
सीएम ने की 20 लाख रुपये देने का ऐलान
वहीं यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने शहीद बीएसएफ जवान विनोद कुमार की पत्नी को 20 लाख रुपये देने का ऐलान किया है। साथ ही उनके माता-पिता को पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने की घोषणा की है। सीएम ने शहीद के परिवार के एक सदस्य को मृतक आश्रित के तौर पर सरकारी नौकरी देने की घोषणा भी की है। सीएम ने मुख्यमंत्री शहीद विनोद कुमार को श्रद्धांजलि देते हुए उनके परिजनों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के इस वीर सपूत का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।
परिजनों ने बताया कि गुरुवार सुबह जनपद के गांव फुगाना निवासी छुट्टी पर आए बीएसएफ के जवान को अधिकारियों ने सूचना दी कि बुधवार रात हुई मुठभेड़ के दौरान आतंकियों से लोहा लेते हुए उनका बेटे विनोद कुमार शहीद हो गए। उसने परिजनों को विनोद के शहीद होने की जानकारी दी। शहीद विनोद के पिता प्रेम सिंह, भाई पंकज व संजीव पानीपत में चाय की दुकान चलाते हैं। इस सूचना पर सभी गांव लौट आए। विनोद कुमार के शहीद होने की खबर मिलते ही पूरे गांव में शोक छा गया। शहीद जवान के शव को सलामी के लिए जम्मू के राजौरी में बीएसएफ के कैंप पर लाया गया। शुक्रवार सुबह अंतिम संस्कार के लिए शहीद जवान के शव को गांव में लाया जाएगा।