प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोकसभा अध्यक्ष सुमित्र महाजन और अन्य कैबिनेट मंत्रियों की उपस्थिति में राष्ट्रपति ने जानेमाने शेफ संजीव कपूर, गायक कैलाश खेर, बॉलीवुड फिल्म समीक्षक भावना सोमाया, पूर्व विदेश सचिव कंवल सिब्बल, ओलंपिक खिलाड़ी दीपा करमाकर, साक्षी मलिक, विकास शिवे गौड़ा और पैराओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट मरियप्पन टी और अन्य को पद्म श्री से सम्मानित किया। असम की रहने वाली 81 वर्षीय इला अहमद को भी वर्ष 1970 से पूरे पूवरेत्तर में इकलौती महिला पत्रिका प्रकाशित करने को पद्म श्री मिला। पत्रकार चो एस रामास्वामी को पद्म भूषण सम्मान मरणोपरांत दिया गया। यह पुरस्कार उनकी पत्नी ने ग्रहण किया। जबकि पद्म श्री पाने वाली एक हस्ती पुरस्कार समारोह में अनुपस्थित रहीं। इसीतरह पश्चिम बंगाल के अग्निशमन दल के साथ बतौर स्वयंसेवक काम करने वाले बिपिन गनात्र भी सम्मानित हुए। गनात्र अकेले ऐसे शख्स हैं जो कोलकाता में पिछले 40 सालों से अग्निशमन दल के साथ आग बुझाने के लिए पहुंचते हैं।
तेलंगाना के चिंताकिंदी मालेशम को पद्म श्री पोचमपल्ली सिल्क साड़ी बुनने के लिए एक मशीन बनाने पर मिला है। लक्ष्मी एएसयू मशीन बहुत कम मेहनत और समय में इस खास किस्म की सिल्क की साड़ी बुन देती है। इससे बुनकरों को बहुत फायदा हुआ है। साठ फीसद पोचमपल्ली सिल्क अब इसी से बुना जाता है।
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने 44 लोगों को पदम पुरस्कारों से सम्मानित किया। इसमें कई नामचीन हस्तियां और खास काम करने वाले आम लोग शामिल हैं। राष्ट्रपति ने सदगुरु जग्गी वासुदेव और गायक केजे येसुदास को पदम विभूषण पुरस्कारों से नवाजा।
राष्ट्रपति भवन के दरबार हॉल में गुरुवार को पद्म पुरस्कार पाने वालों 44 लोगों में 40 हस्तियां ही मौजूद थीं। 1दीपा करमाकर के घायल होने के चलते वहां मौजूद प्रधानमंत्री ने उनका हाल-चाल पूछा।