देहरादून: नाबार्ड ने बजट के अभाव में तीन साल से अधर में लटकी नौ पेयजल योजनाओं के लिए पैसा देने पर हामी भर दी है। जल्द ही नाबार्ड से निगम को 153 करोड़ रुपये मिल जाएंगे, जिससे योजनाओं को पूरा करने का काम शुरू होगा। पेयजल निगम ने राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल कार्यक्रम (एनआरडीडब्ल्यूपी) के तहत इन योजनाओं पर काम तीन साल पहले शुरू किया था। इनमें कुल 192 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान लगाया गया था।
पहली किस्त के रूप में पेयजल निगम को 48 करोड़ रुपये मिले। जिससे योजनाओं का 30 फीसद काम पूरा कर लिया गया। लेकिन, इसके बाद एनआरडीडब्ल्यूपी ने बजट पर रोक लगा दी और योजनाएं अधर में लटक गईं। पेयजल निगम कई बार केंद्र को पत्र भेजकर इस मद में बजट जारी करने की मांग कर चुका है, लेकिन अब तक दूसरी किस्त जारी नहीं की गई। 1बजट की उम्मीद क्षीण होने पर पेयजल निगम ने नाबार्ड से लोन लेने के लिए प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा, जिसके बाद रिपोर्ट नाबार्ड के पास पहुंची। पेयजल निगम के मुख्य अभियंता प्रभात राज ने बताया कि नाबार्ड ने बजट के प्रस्ताव पर मुहर लगा दी है।