राज्य में 108 सेवा दिन पर दिन बदहाल होती जा रही है। इस सेवा की बदहाली का परिणाम अब पर्वतीय इलाकों में दिखने लगा है। पिथौरागढ़ में ऐसी ही एक लापरवाही से एक महिला को सड़क किनारे अपने बच्चे को जन्म देने के लिए मजबूर होना पड़ा। 108 सेवा के खडे रहने से महिला को समय पर टैक्सी नहीं मिल पाई। परिजनों ने किसी तरह टैक्सी का इंतजाम कर महिला को जिला महिला अस्पताल ला रहे थे लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही महिला ने रास्ते में सड़क किनारे बच्चे को जन्म दिया।
पिथौरागढ़ में तीन दिन में यह दूसरा केस है। जहां महिलाएं सड़क किनारे व टैक्सी में बच्चे को जन्म देने के लिए मजबूर हैं। रविवार की सुबह मड़ेगांव (वड्डा) निवासी लक्ष्मी देवी को प्रसव पीड़ा शुरु हुई। परिजनों के मुताबिक 108 सेवा में तेल नहीं होने से उन्हें 108 सेवा नहीं मिल पाई। एक घंटे इधर-उधर भटकने के बाद परिजनों को एक हजार रुपये में टैक्सी मिली।
इस दौरान महिला तड़पती रही। जब महिला को जिला मुख्यालय लाया जा रहा था तो बीच रास्ते में ही महिला को तेज दर्द होने लगा। जिससे महिला को सड़क किनारे ही बच्चे को जन्म देने के लिए विवश होना पड़ा। फिलहाल जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ है।