देहरादून : ब्ल्यू व्हेल चैलेंज जैसे गेम्स ने इंटरनेट गेम्स की भयावह होती दुनिया पर बहस छेड़ दी है। हालिया दिनों में राजधानी में गेम से जुड़े तीन मामले सामने आ चुके हैं। गनीमत यह रही कि इन बच्चों की जिंदगी बच गई। इन हालात पर राज्यपाल डॉ. केके पाल ने भी चिंता जाहिर की है।
मंगलवार को राजभवन में आयोजित कार्यक्रम में राज्यपाल ने कहा कि आज इंटरनेट तक बच्चों की पहुंच आसान है। इस बात पर नजर रखनी चाहिए कि बच्चे इंटरनेट का किस प्रकार प्रयोग कर रहे हैं। ब्ल्यू व्हेल जैसे इंटरनेट गेम्स पर चिंता व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि इन घटनाओं पर रोक के लिए जरूरी है कि शिक्षकों का बच्चों के साथ निरंतर संवाद हो। बच्चे अपने आप को अकेला महसूस न करें। शिक्षक बच्चों की मनोदशा की जानकारी रखें।
दरअसल इस तरह के गेम्स के शिकार ज्यादातर किशोर ही हुए हैं। दून में जिन बच्चों ने खुदकुशी करने का प्रयास किया, उनकी उम्र भी 14 से 17 वर्ष के बीच है। चिंता सिर्फ ब्ल्यू व्हेल गेम को लेकर नहीं, इंटरनेट की दुनिया में ऐसे दर्जनों खतरनाक गेम्स हैं।
राज्यपाल ने कहा कि अभिभावकों को चाहिए कि वह अपने बच्चों के साथ समय बिताएं। ताकि बच्चे में धीरे-धीरे आ रहे बदलावों को नोटिस किया जा सके। देखें कि कहीं बच्चा पढ़ाई से विरत, दोस्तों से कटा-कटा और खुद को अलग-थलग तो नहीं महसूस कर रहा