बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना मे भी फिस्सडी साबित हुई सूबे की पिछली सरकार
देहरादून- बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना का भी उत्तराखंड में भट्टा बैठा है। योजना के जो मकसद थे उन्हें पाने में राज्य नाकाम साबित हुआ है।
आज विधानसभा में रखी गई कैग की रिपोर्ट के मुताबिक बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना पर घोर लापरवाही बरती गई है। योजना ऐसे ढीले हाथों में रही कि
योजना के लिए केंद्र से मिली 77 लाख रुपये की धनराशि में से राज्य सरकार सिर्फ 20 लाख रुपये की रकम ही योजना के नाम पर अवमुक्त कर पाई।
जबकि खर्च के मामले मे इससे भी ज्यादा फिस्सडी साबित हुई। कैग की रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि कि साल 2015-16 में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना के तहत अवमुक्त धन राशि मे सरकार सिर्फ 8लाख नब्बे हजार ही खर्च कर पाई।लिहजा तय लिंगानुपात के लक्ष्य को हासिल नहीं कर पायी।