देहरादून- उत्तराखंड में लेखपाल द्वारा रिश्वत लेने के कई मामले सामने आ चुके हैं. जिनमे जनता द्वारा शिकायत करने पर विजीलेंस की टीम ने कार्रवाई की. आए दिन लेखपाल जमीनी कार्य में या चेक पास कराने के लिए रिश्वत मांगते हैं जो कभी-कभी उन पर भारी पड़ जाती है. विजीलेंस की टीम अब तक कई लेखपालों को रंगे हाथों गिरफ्तार कर चुकी है.
वहीं रिश्वत मांगने के आरोप में गिरफ्तार लेखपाल को आज 4 साल की सजा सुनाई गई. दरअसल लेखपाल को विजीलेंस की टीम ने 2009 को हरिद्वार से रंगे हाथों गिरफ्तार किया था…जिसने पीड़ित से पैतृक भूमि को अपने नाम दर्ज कराने के लिए रिश्वत मांगी थी . इसकी शिकायत व्यक्ति ने विजीलेंस को कर थी जिसके बाद वह रंगे हाथों रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया. जिसे आज 4 साल की सजा सुनाई गई.