देहरादून- विश्व मत्स्यकि दिवस के मौके पर किसान भवन में कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें सरकार ने राज्य में मत्स्य पालन को बढ़ावा देने और राज्य की आर्थिक स्थिति मजबूत करने के लिए नई शुरुआत की. राज्य सरकार ने मत्स्य पालन को गंभीरता से लेते हुए और मत्स्य पालन को बढ़ावा देने के लिए मछली वितरित मोबाइल वैन की व्यवस्था कि जिससे हर जगह मछली पहुंचाई जा सके.
साथ ही सरकार ने मत्स्य पालकों के लिए तालाब से मंडी तक मछली पहुंचाने के लिए भी विशेष वैन भी उपलब्ध कराई ताकि मंडी में भरपूर मात्रा में मछली उपलब्ध हो औऱ लोगों को इसकी कमी न हो और साथ ही विक्रेताओं को भी मुऩाफा हो. इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने समेत विभाग की मंत्री रेखा आर्य भी हैं उपस्थित रहीं।
इसके साथ ही इस मौके पर त्रिवेंद्र सिंह रावत और रेखआ आर्य ने तीन मोबाइल वैन को रवाना किया जिसके जरिए अब लोग मछलियों से बनी डिश का स्वाद कभी भी-कहीं भी ले सकेंगे.
यदि सरकार इस तरह से लगातार मत्स्यपालन को बढ़ावा देने के गंभीरता से प्रयास करती रही तो जरुर एक दिन मछली उत्पादन कई गुना अधिक बढ़ सकता है और राज्य की स्थिति कुछ हद तक सुधर सकती है और इससे किसानों की आय भी दोगुना किया जा सकता है
मत्स्यपालन विभाग ने गढ़वाल में रुद्रप्रयाग, चमोली, उत्तरकाशी और कुमाऊं में पिथौरागढ़ अथवा बागेश्वर में एक-एक मत्स्य प्रक्षेत्र स्थापित करने का निर्णय लिया है। बताया गया कि गढ़वाल में भूमि उपलब्ध हो गई है, जबकि कुमाऊं के लिए प्रयास चल रहे हैं।
मत्स्य विकास राज्यमंत्री रेखा आर्य का कहना है कि राज्य में किसानों की आय को दोगुना करने की कड़ी में मत्स्यपालन को बढ़ावा दिया जा रहा है। मत्स्यपालकों को प्रोत्साहित करने के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं। कोशिश ये है कि मत्स्यपालन को रोजगार के अवसर सृजित करने के बड़े क्षेत्र के रूप में विकसित किया जाए।