चुनाव का मैदान एक ऐसा मैदान है जहां बड़े-बड़े अच्छे-अच्छे दोस्ती के रिश्तों में भी दरार पड़ जाती है. चुनाव के मैदान में सिर्फ जीतने की होड़ होती है कोई रिश्तेदारी निभाने की नही. ऐसा ही नजारा देखने को मिल रहा है झारखंड का विधानसभा चुनाव में. जी हां झारखंड के विधानसभा चुनाव में कहीं पति-पत्नी आमने सामने हैं तो कहीं देवरानी के सामने जेठानी।
दरअसल धनबाद की झरिया विधानसभा सीट पर बाहुबली सूरजदेव सिंह का दब दबा रहा है। वर्तमान में भाजपा के टिकट पर संजीव सिंह यहां के विधायक हैं। संजीव अपने चचेरे भाई नीरज सिंह की हत्या के आरोप में जेल में बंद हैं। भाजपा ने उनकी पत्नी रागिनी सिंह को टिकट दिया है। वहीं, कांग्रेस ने नीरज सिंह की पत्नी पूर्णिमा सिंह को मैदान में उतारा है। यानि धनबाद के चुनावी महासमर में देवरानी और जेठानी आमने-सामने होंगी। रोचक यह कि बुधवार को अदालत ने संजीव को भी जेल से चुनाव लडऩे की इजाजत दे दी है। ऐसे में संभव है कि वह खुद भाजपा से मैदान में आ जाएं।
पति-पत्नी आमने सामने
जी हां भवनाथपुर सीट से पति-पत्नी चुनाव के मैदान में एक दूसरे को टक्कर देंगे. मनीष सिंह एवं उनकी पत्नी प्रियंका देवी चुनाव लड़ रहे हैं. दोनों ने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर बुधवार को नामांकन किया जो की काफी रोचक है.
मांडू सीट पर भाई-भाई आमने-सामने
मांडू में इस बार कांटे की टक्कर है दो भाइयों के बीच. यहां से झामुमो रामप्रकाश पटेल को उम्मीदवार बनाने की तैयारी में है तो दूसरा भाई भाजपा से चुनाव लडेगा। जयप्रकाश और रामप्रकाश भाई हैं।
तमाड़ में अनूठा त्रिकोण
रांची से 60 किमी दूर स्थित तमाड़ विधानसभा इस बार अनूठी लड़ाई का गवाह बनने जा रही। इस सीट से विधायक रहे ऑल झारखंड स्टूडेंट यूनियन (आजसू) पार्टी के विकास सिंह मुंडा अब झामुमो का दामन थाम चुके हैं। झामुमो ने उन्हें अपना सिंबल भी दे दिया है। विकास पूर्व मंत्री रमेश सिंह मुंडा के पुत्र हैं। रमेश सिंह मुंडा की हत्या नक्सलियों ने एक कार्यक्रम के दौरान कर दी थी। राज्य पुलिस और फिर एनआइए की जांच में यह सामने आया कि रमेश सिंह मुंडा की हत्या पूर्व विधायक राजा पीटर ने करवाई थी।
राजा इस मामले में जेल में बंद हैं तो उन्होंने जिस खूंखार नक्सली सरगना कुंदन पाहन से रमेश की हत्या कराई थी वह भी सरेंडर करने के बाद सलाखों के पीछे कैद है। राजा पीटर और कुंदन पाहन दोनों को चुनाव आयोग से विधानसभा चुनाव लडऩे की अनुमति मिल गई है। शीघ्र ही दोनों तमाड़ सीट के लिए नामांकन दाखिल करेंगे। ऐसे में विकास को चुनावी मैदान में अपने पिता के हत्यारोपी कुंदन पाहन और उनकी हत्या की सुपारी देने वाले राजा पीटर का सामना करना होगा।