देहरादून: देवप्रयाग में शराब के बाॅटलिंग प्लांट के समर्थन में अब उत्तराखंड राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष विजया बड़थ्वाल भी उतर आई हैं। संवैधानिक जिम्मेदारी को भूलकर देवप्रयाग में शराब के बाॅटलिंग प्लांट का समर्थन कर रही हैं। विजया बड़थ्वाल महिला होने के साथ ही महिला आयोग भी अध्यक्ष हैं, जो संवैधानिक पद है।
उत्तराखंड में इन दिनों जहां पांच प्रयोगों में से एक प्रयाग देवप्रयाग विधानसभा में शराब बाॅटलिंग प्लांट खाले जाने को लेकर संत महात्माओं से लेकर पूरा विपक्ष सरकार के खिलाफ खड़ा हुआ है। वहीं, राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष का शराब के पक्ष में दिया गया बयान उनकी किरकिरी करा रहा है। उनके बयान को लेकर लोगों ने सवाल खड़े करने शुरू कर दिए हैं।
खास बात ये है कि ये बयान उन्होंने मुख्यमंत्री आवास के जनता दर्शन हाल में आयोजित हर्षल फाउंडेशन एवं दून संस्कृति की ओर से आयोजित एक दिवसीय सेमिनार में दिया, जिसमें महिलाओं की सुरक्षा और हिंसा की शिकार महिलाओं के पुनर्वास में समाज सेवी संस्थाओं और सरकार की भूमिका पर चर्चा की गई। महिला हिंसा में शराब का भी बड़ी भूमिका है। शराब के नशे में महिलाओं के साथ मारपीट और रेप-छेड़छाड़ जैसी घटनाएं सामने आती रहती हैं। बावजूद इसके वो शराब का समर्थन कर रही हैं।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भी मौजूद थे। कार्यक्रम में अपने भाषण के दौरान उन्होंने शराब की फैक्ट्री के समर्थन में बयान दिया, जिससे उन्होंने रोजगार से जोड़कर देखे जाने की बात कही। शराब पिने को लेकर विजया बड़थ्वाल ने कहा कि एक पैमाने के हिसाब से पिए, जिसको लेकर समाज में जागरूकता होनी चाहिए। समाज में शराब से हिंसा से कोई मतलब नहीं है। शराब की फैक्ट्री से कोई दिक्कत नहीं है। अगर उत्तराखंड शराब बंदी की जाती है, तब भी बहारी प्रदेशों से उत्तराखंड में शराब पहुंचेगी।