लालकुआं: पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने बीते दिनों बरसात से ऊफनाई गौलानदी से प्रभावित लालकुआं विधानसभा क्षेत्र के बिन्दूखत्ता स्थित इंदिरा नगर द्वितीय गबदा क्षेत्र का दौरा किया। इस दौरान हरीश रावत ने भाजपा सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि आपदा के समय राज्य सरकार पूरी तरह फेल रही है। जिस समय प्रदेश में आपदा आई थी। उस समय सरकार के मंत्री हेलीकॉप्टर से हवाई सर्वे करने का इंतजार कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि लोगों को इतने दिनों बाद भी मदद नहीं मिली है। इस दौरान एक महिला पूर्व सीएम हरीश रावत के सामने फफक पड़ी, जिस पर हरदा ने तत्काल नैनीताल डीएम को फोन लगाया और लोगों की समस्याओं का समाधान करने के लिए कहा। अभी तक पीड़ितों कि कोई मदद नहीं की गई, जो बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि सरकार को प्रदेश के सभी प्रभावित क्षेत्रों को आपदाग्रस्त क्षेत्र घोषित करना चाहिए। लेकिन सरकार का इस ओर ध्यान नहीं है।
उन्होंने कहा कि अगर राज्य सरकार जल्द ही आपदा प्रभावित लोगों को मदद नहीं देती है, तो कांग्रेस प्रदेश भर में उग्र प्रदर्शन करेगी। पूर्व सीएम ने कहा कि केंद्र सरकार को उत्तराखंड के आपदाग्रस्त क्षेत्रों के लिए आर्थिक पैकेज की घोषणा करनी चाहिए थी। लेकिन आज तक डबल इंजन सरकार इस प्रश्न पर चुप है। 36 घंटे पहले अलर्ट जारी होने के बावजूद भी सरकार ने नदियों के किनारे व असुरक्षित क्षेत्र में रहने वाले लोगों के लिए किसी प्रकार की व्यवस्था नहीं की।
आरोप लगाया कि सरकार ने ऐसे लोगों को कोई चेतावनी भी नहीं दी। केंद्र और राज्य सरकारों ने सिर्फ हवा-हवाई दौरा किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अब तक सरकार द्वारा आपदा प्रभावितों को किसी प्रकार की आर्थिक मदद नहीं मिली है। इस दौरान उन्होंने जिला अधिकारी नैनीताल से फोन पर वार्ता कर पिड़ितों को जल्द मदद दिलाने कि बात की।