अल्मोड़ा : द्वाराहाट से भाजपा विधायक महेश नेगी मामले को लेकर उत्तराखंड की सियासत गर्मा गई है। कांग्रेस से लेकर आप भाजपा सरकार पर हमला कर रही है और भाजपा विधायक को सरंक्षण देने का आरो लगा रही है। महेश नेगी की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। वहीं महिला का साफ कहना है कि पुलिस उसकी मदद नहीं कर रही बल्कि विधायक का पक्ष ले रही है। बता दें कि महिला ने इंसाफ पाने के लिए हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। महिला अपनी बच्ची और घर के लोगों के साथ हाईकोर्ट के चौखट पर पहुंची और विधायक की पत्नी द्वार दर्ज कराई गई एफआईआर को खारिज करने और महेश नेगी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। महिला बेटी के साथ हाईकोर्ट पहुंची और इंसाफ की गुहार लगाई. जानकारी मिली है कि हाईकोर्ट में इस मामले में मंगलवार को सुनवाई होगी। एकलपीठ ने पीड़िता व विधायक के बीच हुए व्हाट्सएप चैट को कोर्ट में पेश करने को कहा है। शनिवार को न्यायाधीश न्यायमूर्ति रविन्द्र मैठाणी की एकलपीठ में पीड़िता की याचिका पर सुनवाई हुई।
आपको बता दें कि पीड़िता व उसके दो अन्य सगे लोगों ने याचिका दायर कर उनके खिलाफ देहरादून के नेहरू काॅलोनी थाने में नौ अगस्त को दर्ज एफआईआर को निरस्त करने व अपनी गिरफ्तारी पर रोक लगाने की मांग की है । याचीकर्ताओं का कहना है कि देहरादून पुलिस ने उनकी शिकायत तो दर्ज नहीं कि लेकिन दबाब में आकर विधायक की पत्नी द्वारा दी गयी शिकायती पत्र पर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया।