देहरादून (दीपिका रावत) : आज पूरी दुनिया महिला दिवस मना रही है. कई जगहों पर महिलाओं के सम्मान के लिए कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है और साथ ही उत्कृष्ट काम करने के लिए सम्मानित भी किया जा रहा है. इस बात को नकारा नहीं जा सकता कि आज देश के विकास के लिए देश को आगे बढ़ाने के लिए महिलाओं का विशेष योगदान रहा है और रहेगा. क्यों की नारी के पास वो सभी शक्तियां होती है जिससे परिवार का, देश का, राज्य का विकास होता है. हर घर में एक महिला खुद मजदूरों की जिंदगी जीती है लेकिन अपने बच्चों और पति को वो सभी खुशियां देते है जिससे परिवार का विकास होता है. नारी की ऐसी शक्ति, ऐसी सहनशीलता को पूरे देश की और से सलाम.
घर के अंदर ही नहीं देश की रक्षा में भी महिलाओं की अहम भूमिका
वहीं सिर्फ घर के अंदर ही महिलाओं की अहम भूमिका नहीं है बल्कि घर के बाहर देश की सीमा पर भी महिलाएं, लड़कियां वर्दी पहनकर हाथों में रायफल लिए देश की सेवा कर रही हैं. आज लड़का-लड़की में कोई फक्र नहीं रह गया है अगर बात करें पुलिस की तो कई महिलाएं पुलिस ऑफिसर हैं जो जिले की कप्तान से लेकर ऊंचे पदों पर हैं. बात करें देश के फोर्स की तो ITBP, SSB, ARMY, CISF, CRPF, AIRFORCE, NAVY, POLICE सभी में महिलाओं की अहम भूमिका है.
वहीं बात करें ऐसे सैनिकों की जिन्होंने देश की रक्षा के लिए अपने प्राण त्यागे…और उनकी वीरांगनाओं की जिन्होंने आंसूओं के साथ प्यार भरे शब्द और जज्बे के साथ पति को अंतिम विदाई दी.
मेजर वीएस ढौंडियाल की पत्नी निकिता को सैल्यूट
हम बात कर रहे हैं देहरादून निवासी शहीद मेजर वीएस ढौंडियाल की पत्नी निकिता ढौंडियाल की…जिनकी शादी को मात्र 8 महीने ही हुए थे. औऱ उनके पति मेजर विभूति शंकर ढौड़ियाल देश के लिए शहीद हो गए. 8 महीने पहले ढौंडियाल की निकिता( कश्मीरी पंडित) से शादी हुई थी..दोनों की लव मैरिज हुई थी…निकिता का परिवार कश्मीर को छोड़ फरीदाबाद में आ बसे थे. लेकिन सलाम ऐसी महिला को, महिला की ऐसी शक्ति को जिसने प्यार भरे शब्दों से(I LOVE YOU) कहकर, पति को प्यार से निहारकर, औऱ जज्जे के साथ स्वर उठाकर सैल्यूट कर पति को विदा किया. ऐसी नारी शक्ति निकिता को हमारा सलाम.
शहीद की पत्नी ने नहीं होने दिया दिल को कमजोर
बता दें पुलवामा हमले के बाद 17 फरवरी को आतंकियों से लोहा लेते हुए मेजर वीएस ढौंडियाल शहीद हो गए थे. उनकी अंतिम यात्रा में जनसैलाब उमड़ा था…हर किसी की आंखों में आंसू थे औऱ जुबां पर पाकिस्तान मुर्दाबाद का नारा था लेकिन फिर भी शहीद की पत्नी ने दिल को कमजोर नहीं होने दिया. उसने खुद को भी संभाला औऱ परिवार में मां, बहनों को भी.
सैल्यूट शहीद स्क्वॉड्रन लीडर सिद्धार्थ वशिष्ठ की पत्नी को
भारतीय वायुसेना के शहीद स्क्वॉड्रन लीडर सिद्धार्थ वशिष्ठ की पत्नी को मां को भी हमारा सलाम. खास तौर पर शहीद की पत्नी जिसने सेना की वर्दी पहनकर पति को अंतिम विदाई दी. तिरंगे में लिपटे शहीद सिद्धार्थ को लेने उनकी पत्नी स्क्वाड्रन लीडर आरती सिंह पूरी भारतीय वायुसेना की वर्दी में एयरपोर्ट पहुंची। सैल्यूट उस महिला को जिसने देश की सेवा करने का रास्त चुना और सैल्यूट उस पत्नि को जिसके पति ने देश की सेवा करते हुए अपना बलिदान दिया.
आपको बता दें बीते बुधवार जम्मू कश्मीर के बड़गाम में भारतीय वायुसेना का एमआई-17 हेलीकॉप्टर क्रैश होने से मूल रूप से हमीदपुर, तहसील नारायणगढ़ जिला अंबाला निवासी स्क्वॉड्रन लीडर सिद्धार्थ वशिष्ठ शहीद हो गए थे।
सलाम ऐसी मां को जिसने ऐसे शेर बेटे(शहीद मेजर चित्रेश बिष्ट) को जन्म दिया
सैल्यूट मेजर चित्रेश बिष्ट की मां और पिता को जिसके घर में नई खुशियां आने वाली थी जिनको बस छोटे बेटे चित्रेश की शादी का इंतजार था औऱ पिता बेटे की शादी का कार्ड बांटने में व्यस्त दे लेकिन तभी एक झटका देने वाली खबर आई की उनका बेटा शहीद हो गया. बीते दिन 7 मार्च को चित्रेश बिष्ट की शादी थी औऱ आज वो होते तो आज उनके घर में खुशियों का माहौल होता लेकिन आज वहां मातम छाया है. सलाम शहीद के पिता को जिन्होंने हिम्मत नहीं हारी और पत्नी को भी उस दौरान संभाला सलाम ऐसी मां को जिसने ऐसे शेर बेटे को जन्म दिया.
उन सभी महिलाओं, बहन-बेटियों और पत्नियों को हमाला सलाम जिसनेे शरहद पर अपनों को खोया
हम सलाम करते हैं उन सभी महिलाओं को जिसने अपना बेटा, अपना भाई, अपना पिता, अपना पति खोया… देश की रक्षा करते हुे शहीद हुए जवानों ने अपनी वीरता का परिचय तो दिया ही है साथ ही उनके परिवार वालों, पत्नी, बहनों, भाईयों, बेटियों नें भी साहस का परिचय दिया है औऱ अपनों की शहादत का बदला सेना में भर्ती होकर लेने की बात कही.