देहरादून- सरकार राज्य में दो हजार छात्र क्षमता के दो आवासीय संस्कृत महाविद्यालय बनाएगी। इनके संचालन के लिये पतंजलि योगपीठ की सहायता ली जाएगी। सोमवार को सचिवालय में शिक्षामंत्री अरविंद पांडेय ने योगपीठ के अध्यक्ष आचार्य बालकृष्ण के साथ मैराथन चर्चा की। बैठक के बाद शिक्षा मंत्री ने बताया कि एक आवासीय महाविद्यालय रुद्रपुर और एक पौड़ी में प्रस्तावित है।
राज्य में अब छह आवासीय संस्कृत महाविद्यालय की होंगे
पतंजलि के साथ इसे पीपीपी मोड़ पर लेकिन धर्मार्थ आधार पर चलाया जाएगा। रुद्रपुर मे एएन झा इंटर कालेज को चुना गया है। पौड़ी में भूमि की तलाश की जा रही है। इनमें कक्षा एक से आचार्य श्रेणी तक पढ़ाई कराई जाएगी। इस फैसले से राज्य में आवासीय संस्कृत महाविद्यालय की संख्या छह हो जाएगी।
पतंजलि से ज्यादा बेहतर-रियायती आधार पर इस प्रोजेक्ट को लेना चाहें तो उसका भी स्वागत
पतंजलि के साथ सहयोग को लेकर विपक्ष के स्तर से सवाल उठाने की आशंका को देखते हुए शिक्षा मन्त्री ने एक चुनौती भी दे दी। उन्होंने कहा कि यदि कोई दूसरी संस्था पतंजलि से ज्यादा बेहतर और रियायती आधार पर इस प्रोजेक्ट को लेना चाहें तो उसका भी स्वागत है। सरकार उसी को यह जिम्मेदारी दी देगी।
बैठक में शिक्षा सचिव भूपिंदर कौर, अपर सचिव कैप्टेन आलोक शेखर तिवारी, शिक्षा निदेशक आरके कुंवर, निदेशक-एआरटी सीमा जौनसारी, अपर निदेशक आरके उनियाल, वंदना गर्ब्याल, अपर राज्य परियोजना अधिकारी डॉ मुकुल कुमार सती, उपनिदेशक नागेंद्र बर्त्वाल, दून की डीईओ बेसिक हेमलता भट्ट, संस्कृत विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डॉ महावीर अग्रवाल आदि मौजूद रहे ।