देहरादून: मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत में राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक के स्टेट क्रेडिट सेमिनार 2020-21 में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करते हुए नाबार्ड द्वारा स्टेट फोकस पेपर लेखा-जोखा की रिपोर्ट का भी विमोचम किया। कार्यक्रम में कृषि मंत्री सुबोध उनियाल भी मौजूद रहे. कार्यक्रम में किसानों को खेती के प्रति प्रोत्साहित करने का काम कर रहे है ऐसी संस्थाओ, एनजीओ और क्लस्टर को भी समानित किया। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने कहा कि नाबार्ड के द्वारा कृषि को प्रोत्साहित किया जाता रहा है 2020-21 के लिए नाबार्ड ने क्या कुछ खाका तैयार किया है उसे पुस्तक के माध्यम से भी बताया है,वही कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा की किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए नाबार्ड भी अपनी भूमिका अदा कर रहा है।
24656.53 करोड़ की ऋण संभाव्यता का आंकलन
नाबार्ड की ओर से स्टेट क्रेडिट सेमिनार आयोजित किया गया। सेमिनार में राज्य के विकास के लिए विशिष्ट कार्ययोजना कार्ययोजना तैयार करने के लिए एसएफसी चर्चा की गई। ग्रामीण विकास के लिए संभव्यायुक्त ऋण योजना पीएलपी तैयार की जाती है, जिससे विकास योजनाओं को गति मिल सके। नबाबार्ड ने उत्तराखंड के विकास के लिए संभावित योजनाओं के लिए 24656.53 करोड़ की ऋण संभाव्यता का आंकलन किया है।
यह है नाबार्ड की योजना
नाबार्ड ने इस साल के लिए उच्च तकनीक से कृषि विषय पर फोकस किया है। नबार्ड के अनुसार उच्च तकनीक वाली कृषि भविष्य की खेती है। जिसमें जैव विविधता और जैव-प्रोद्योगिकी से संचालित बीज रोपण सामग्री और अन्य बेहतर इनपुट शामिल हैं। साथ ही सूक्ष्म सिंचाई, पर्यावरण के अनुकूल स्वचालन, मशीनीकरण, नैनो तकनीक के उपयोग, जलवायु पूर्वानुमान, जीपीएस, रोबोट, पायलट ट्रैक्टर, ड्रोन और अन्य मशीनरी और कृषि के लिए सामान्य उपकरण, संरक्षित कृषि, मृदा रहित शहरी खेती, हाईड्रोपानिक्स, एरोपोनिक्स, एक्वापोनिक्स और किसानों की आय बढ़ाने के लिए हाईटेक ग्रीन हाउस पर बल देती है।