उत्तराखंड में सियासी जमीन तलाशने की कोशिश में लगी आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने हाल ही में राज्य सरकार के कोई पांच काम गिनाने की चुनौती दी थी। इस चुनौती को स्वीकार करते हुए राज्य के कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक ने कहा है कि वो पांच क्या सौ ऐसे काम गिना सकते हैं जो त्रिवेंद्र सरकार ने किए हैं।
अब जब मदन कौशिक ने मनीष सिसोदिया की चुनौती स्वीकार कर ली है ऐसे में बड़ा सवाल ये है कि क्या मनीष सिसोदिया उत्तराखंड आकर बहस करने की हिम्मत कर पाएंगे? हालांकि मनीष सिसोदिया ने पूछा है कि समय और स्थान बता दें तो वो बहस के लिए आ जाएंगे। ऐसे में ये माना जा सकता है कि राज्य में सियासी पारा अगले कुछ दिनों में ऊपर जाएगा।
आम आदमी पार्टी पिछले कुछ दिनों से राजनीतिक रूप से अधिक सक्रिय हुई है। शिक्षा और स्वास्थ के मसले पर आप ने राज्य सरकार को घेरा है। यही नहीं खुद दिल्ली के सीएम और आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने राज्य में एक महिला को डंडी कंडी पर अस्पताल ले जाने की खबर के सहारे सरकार पर निशाना साधा था।
आम आदमी पार्टी ने राज्य की सभी 70 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। माना जा रहा है कि राज्य में इस बार का विधानसभा चुनाव बेहद दिलचस्प होगा। कांग्रेस और बीजेपी के साथ ही राज्य के मतदाताओं को आम आदमी पार्टी के तौर पर एक नया विकल्प मिल सकता है।