देहरादून, संवाददाता- कोई न कोई बात रही होगी कोई यूं ही बेवफा नहीं होता। हालांकि ये शेर राज्य के खेल मंत्री दिनेश अग्रवाल ने अपनी बात कहने के लिए इस्तेमाल नहीं किया लेकिन वे ONGC के वादाखिलाफी वाले रवैए पर यही कहना चाहते थे। दरअसल देहरादून में 237 करोड़ की लागत से बने राजीव गांधी इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम के निर्माण में ओएनजीसी ने भी हाथ बटाने का वायदा किया था। इसके लिए ओएनजीसी ने अपनी तिजोरी से 50 करोड़ रूपए देने की बात राज्य सरकार से की थी, लेकिन जब मौका आया तो देश की नवरत्नों में शुमार कंपनी ने चुप्पी साध ली। ओएनजीसी ने उत्तराखंड सरकार से वायदा किया था कि जब अन्तरराष्ट्रीय स्तर का निर्माण राज्य में सरकार करेगी तो ओएनजीसी सरकार की वित्तीय मदद करेगा। हालांकि ऐन वक्त ऐसा हुआ नहीं। ओएनजीसी ने स्टेडियम निर्माण के लिए किसी तरह की कोई मदद नहीं की। जिस पर राज्य के खेल मंत्री ने तंज कसते हुए कहा कि, राजनीतिक मजबूरियों के चलते ही ONGC स्टेडियम निर्माण से पीछे हट गया।