Who Is Sudan Gurung Who Lead Nepal Protests: नेपाल में सोशल मीडिया पर बैन लगने के बाद भारी संख्या में युवा सड़क पर उतर आए। जल्द ही प्रदर्शन उग्र हो गया। जिसके चलते हालात बिगड़ने लगे। लेकिन काफी समय पहले ही इस आंदोलन की इबारत लिख दी गई थी। इस आंदोलन का नेतृत्व सुदन गुरुंग (Sudan Gurung Leads Nepal Protests) ने किया। जिसकी एक आवाज पर पूरा का पूरा नेपाल उबल पड़ा। चलिए जानते है कौन है ये शख्स?

Nepal Protest: इस युवा की एक आवाज पर उबल उठा पूरा नेपाल
आठ सितंबर की सुबह से ही भारी संख्य में प्रदर्शनकारी इक्ट्ठा हो गए थे। दोपहल होने तक युवा संसद भवन तक पहुंच गए। जिसके बाद से ही हालात बिगड़ने लगे। भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस द्वारा फायरिंग की गई। जिसमें अब तक 20 लोगों की मौत और सैकड़ों के घायल होने की खबर है।
ये भी पढ़ें:- Nepal में ये क्या हो रहा?, वित्तमंत्री को सड़क पर दौड़ा-दौड़ाकर पीटा, फ्लाइंग किक भी मारी, आप भी देखिए Video Viral
Sudan Gurung ने किया इस आंदोलन का नेतृत्व
बताते चलें कि चार सितंबर को नेपाल सरकार ने फेसबुक, इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप, यूट्यूब और एक्स सहित 26 सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों पर रोक लगा दी थी। इन कंपनियों द्वारा सरकार के आदेश का पालन नहीं किया गया। जिसके चलते नेपाल सरकार ने इन एप्स पर बैन लगा दिया। इसी वजह से युवाओं में आक्रोश फैल गया। इस प्रदर्शन का नेतृत्व 36 साल के सूडान गुरुंग ने किया।

कौन हैं सूडान गुरुंग? Who Is Sudan Gurung
सूडान गुरुंग को जमीनी स्तर के नेता और समाजसेवी माने जाते हैं। साल 2015 में भूकंप ने नेपाल में काफी तबाही मचाई थी। इसी के बाद उन्होंने एक संस्था का गठन किया। जो कि गैर-सरकारी युवा संगठन था। इसे “हामी नेपाल” का नाम दिया गया। सूडान गुरुंग इसके अध्यक्ष बने।
रिपोर्ट्स की माने तो सूडान ने भूकंप के दौरान अपने बच्चे को खो दिया था। जिसके बाद उनकी जिंदगी बदल गई। पहले वो इवेंट का आयोजन करते थे। लेकिन बाद में वो आपदा राहत और समाजसेवा में लग गए।
कई बार कर चुके है प्रदर्शन
बता दें कि ये पहली बार नहीं है जब सूडान ने किसी प्रदर्शन का नेतृत्व किया हो। इससे पहले भी कई बार वो प्रदर्शन कर चुके हैं। कभी भ्रष्टाचार तो कभी पारदर्शिता का मुद्दा उठाकर। धीरे-धीरे उन्हें नौजवानों का समर्थन मिलता चला गया। अब वो इस प्रदर्शन का भी नेतृत्व कर रहे हैं। हजारों युवा प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतर आए।
अभी भी प्रदर्शन जारी
हालात बिगड़ने के बाद आखिरकार सरकार ने सोशल मीडिया से प्रतिबंध हटाने का फैसला लिया। कई मत्रियों ने इस्तीफा तक दे दिया। यहां तक कि नेपाल के राष्ट्रपति और पीएम भी अपने पद से हट गए। हालांकि प्रदर्शन अभी भी जारी है।