वहीं, गोर्खा समाज भी दशहरे की तैयारी में जुटा है। समाज के लोग पांच दिन तक दशहरा पर्व मनाते हैं। दशहरे के दिन बड़े-बुजुर्ग घर के सभी सदस्यों को दही और चावल का टीका व सिर पर हरियाली लगाकर आशीर्वाद देते हैं। घरों में पारंपरिक व्यंजन बनाए जाते हैं और लोकनृत्य होते हैं।
यहां होगा रावण का पुतला दहन
परेड मैदान: छह बजकर पांच मिनट
विशेष आकर्षण, 20 हाथ वाला 62 फीट का रावण का पुतला, तोंद वाला कुंभकरण, आतिशबाजी, तीन मंजिला किलारूपी लंका
पटेलनगर: शाम आठ बजे
विशेष आकर्षण, रेनकोट पहना 58 फीट का रावण का पुतला, आतिशबाजी, सहारनपुर के ज्ञानेश्वर द्वारा भजन संध्या
प्रेमनगर दशहरा मैदान: शाम छह बजे
विशेष आकर्षण: रावण का पुतला 60 फीट का होगा, आतिशबाजी
तालाब में होगा लंका दहन
स्थान: तालाब श्री झंडा साहिब
समय, शाम सात बजे
विशेष आकर्षण, दो मंजिला लंका, आतिशबाजी
40 फीट का होगा रावण का पुतला
कांवली दशहरा कमेटी की बैठक में दशहरा मेले की तैयारियों पर चर्चा हुई। जिसमें वक्ताओं ने कहा कि शनिवार को साधुराम इंटर कॉलेज में 40 फीट ऊंचे रावण के पुतले का दहन होगा। पिछले साल के मुकाबले ऊंचाई 10 फीट अधिक है। कमेटी के मीडिया प्रभारी अमित पांडे ने बताया कि कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि कैंट विधायक हरबंश कपूर शिरकत करेंगे। क्षत्रिय चेतना मंच ने किया शस्त्र पूजन