हल्द्वानी, संवाददाता – कुमाऊँ की सबसे बड़ी गौला नदी में अब तक उप खनिज के चुगान का काम शुरू नहीं हुआ है। जिसके चलते सरकार को करोड़ों का नुकसान हो रहा है और उपखनिज के कारोबारियों के सामने रोजी-रोटी का संकट पैदा हो गया है। जबकि मकान-दुकान का निर्माण कर रहे लोगों की जेब पर डाका पड़ रहा है। गौरतलब है कि कुमांऊ की गौला नदी सरकार को उपखनिज के जरिए सबसे ज्यादा राजस्व देती है और हजारों लोगों के परिवार के लिए रोटी-पानी का इंतजाम करती है। गौला नदी के उपखनिज की देखभाल कर रहे वन निगम की माने तो अभी तक सरकार से उपखनिज के खनन की मंजूरी नहीं मिली है। जबकि इस कारोबार से जुडें कारोबारी इकका ठीकरा राज्य सरकार के सिर फोड़ते हुए सरकार पर बड़े खनन माफियाओं के साथ सांठगांठ का आरोप लगा रहा है।