ब्यूरो- अगर एक ही राष्ट्रीयकृत बैंक की अलग-अलग शाखाओं में आपके खाते हैं तो आने वाले वक्त में ऐसा नहीं चलेगा। नोटबंदी के बाद देश मे चल रहे आर्थिक सुधारों के तहत जहां बैंक ग्राहक के एकाउंट्स को मोबाइल,आधार और पेन से लिंक कर रहा है। वहीं आने वाले वक्त में बैंक सिंगल अकाउंट सिस्टम पॉलिसी भी लागू कर देगा।
जिसके तहत एक आदमी का एक बैंक में एक ही खाता होगा। बैंक की अलग-अलग शाखाओं में खाते नहीं खुलेंगे। जबकि जो खाते मौजूदा वक्त में एक ही बैंक की अलग-अलग शाखाओं मे खुले हैं उन्हें एक ही यूजर आईडी से संचालित किया जाएगा। इससे तबादला होने पर ग्राहक को हर शहर में अलग खाता नहीं खोलना पड़ेगा।