बनबसा : चमोली से नेपाल घूमने आए चमोली के एक युवक को शारदा बैराज पुलिस ने गुरुवार को चमोली से उसकी खोज में आई पुलिस को सौंंपा। आपको जानकर ताजुब्ब होगा कि युवक ने रुपये खत्म होने पर अपने घर वालों को अपने अपहरण की झूठी कहानी सुना कर फिरौती की मांग की। जिस पर युवक के परिजनों ने इसकी रिपोर्ट थाने में दर्ज कराई थी।
मजदूरी का काम करता है युवक
शारदा बैराज चौकी प्रभारी सुरेंद्र सिंह खड़ायत ने बताया नेपाल के जुमला निवासी जय सिंह भंडारी चमोली में मजदूरी का कार्य करता था। जो कि कुछ महीने पहले ही कार्य छोड़कर अपने घर नेपाल जुमला आ गया था। जय सिंह भंडारी की चमोली में कार्य करने के दौरान वहीं के रहने वाले महेंद्र सिंह 38 पुत्र मदन सिंह ग्राम लाखी चमोली से दोस्ती हो गई थी। इसी दौरान महेंद्र नेपाल घूमने के लिए गया और वहां जय सिंह से मिला। कुछ समय बीत जाने के बाद जब महेंद्र के पास रुपये खत्म हो गए तो उसने जय सिंह के फोन से अपने घर पर बात की और अपने परिजनों से जय सिंह द्वारा अपहरण तथा छोड़ने के एवज में रुपयों की डिमांड की बात कही।
परिजनों ने कराया जय सिंह के खिलाफ अपहरण और फिरोती मांगने का मुकदमा दर्ज
यह सुन महेंद्र के परिजनों ने थाने में जय सिंह के खिलाफ अपहरण और फिरोती मांगने का मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने जय सिंह के खिलाफ आइपीसी की धारा 364 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया और एसआइ ध्वज सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम बनबसा पहुंची और शारदा बैराज पुलिस से संपर्क कर सारी जानकारी दी। जिसके बाद नेपाल जुमला डीएसपी आरके रिजाल से संपर्क किया और मामले की जानकारी दी।
महेंद्र सिंह के पास रुपये खत्म होने पर उसने खुद ऐसा किया
डीएसपी ने जय सिंह भंडारी की खोजबीन की और फोन के द्वारा चौकी प्रभारी से बात कराई। जय सिंह ने बताया कि उसके द्वारा महेंद्र सिंह का अपहरण नहीं किया गया है बल्कि महेंद्र सिंह के पास रुपये खत्म होने पर उसने खुद ऐसा किया। उसने बताया महेंद्र यहा से भारत के लिए निकल गया है। महेंद्र को गुरुवार सुबह बैराज पुलिस द्वारा नेपाल पुलिस की मदद से भारत आते समय भारत-नेपाल सीमा पर पकड़ कर पूछताछ की। बाद में बैराज चौकी पुलिस द्वारा महेंद्र सिंह को चमोली पुलिस को सौंप दिया गया.