हरिद्वार- कलियुग में कब क्या हो जाए कुछ कहा नहीं जा सकता। यहां कभी पत्थर की प्रतिमांए दूध पीती हैं तो कभी मूरतों की आंखों से आंसू बहते हैं। अब की बार धर्मनगरी हरिद्वार में ज्वालापुर के मुहल्ले मे एक नर बकरे नें दूध दिया। ये बकरा कुर्बानी के लिए लाया गया था। बकरीद के दिन इसकी कुर्बानी दी गई क्योंकि इसके मालिक ने पहले ही ऐलान कर दिया था कि वे अपने अजीज बकरे की कुर्बानी देंगे।
बहरहाल ज्वालापुर के मोहल्ले मेहतान लोधामण्डी में कुर्बानी के लिए लाया गया दुर्लभ नस्ल का आंडू बकरा अचानक ही दूध देने लगा। बकरे के दूध देने की खबर ज्वालापुर में जंगल की आंग तरह फैल गई लिहाजा दूध देने वाले नर बकरे को देखने वालों की भीड़ जमा हो गई। कई लोगों ने दूध देने इस बकरे की मुहमांगी कीमत लगानी चाही लेकिन बकरे के मालिक ने बेचने से साफ मना कर दिया। आंडू नस्ल का बकरा आसानी से नहीं मिलता और दुर्लभ माना जाता है।