कश्मीर के हंदवाडा़ में रविवाल को भारतीय सेना की पांच जवान शहीद हो गए जिसमे कर्नल आशुतोष, मेजर अनुज सूद, नायक राजेश, लांस नायक दिनेश और जम्मू-कश्मीर पुलिस के सब-इंस्पेक्टर शकील काजी शहीद हुए। लांस नायक दिनेश उत्तराखंड के थे।
बता दें कि आतंकियों ने वहां के नागरिकों को बंधक बना लिया था जिनको छुड़ाने के लिए सेना की 15 आरआर, 21 आरआर और जम्मू-कश्मीर पुलिस के विशेष अभियान दल के जवानों ने एक अभियान चलाया था। शहीद जवानों ने आप जान गवाकर नागरिकों को बचाया।जानकारी मिली है कि शनिवार दोपहर जब 21 RR यूनिट के सीओ कर्नल आशुतोष शर्मा की अगुवाई में उनकी टीम सर्च कर रही टीमों को कॉर्डिनेट कर रही थी तो उन्हें एक घर में कुछ गड़बड़ होने की जानकारी मिली। वहां जाने पर सेना को पता चला कि आतंकियों ने वहां घर में लोगों को बंधक बनाया है।
रेडियो सेट गोलाबारी में हो गया था डैमेज
कर्नल आशुतोष की टीम ने नागरिकों को तो सही सलामत बाहर निकाल लिया और जब ये लोग घर से बाहर निकल रहे थे तो छुपे हुए आतंकियों ने इन पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। इसी बीच सेना की दूसरी टीम ने भी बाहर घेराबंदी कर दी। शनिवार शाम को बाहर घेराबंदी में तैनात टीम ने कर्नल आशुतोष की टीम से संपर्क करना चाहा तो संपर्क नहीं हो पाया। रेडियो सेट भी गोलाबारी में डैमेज हो गया था। अंधेरा होने के साथ तेज बारिश हो रही थी।
कर्नल के फोन पर दो बार कहा-सलाम वालेकुम
वहीं जब किसी तरह संपर्क नहीं हुआ तो बाहर मौजूद टीम ने कर्नल आशुतोष के मोबाइल पर फोन किया। जिसे एक आतंकी ने उठाया और फोन उठाकर बोला- सलाम वालेकुम। कुछ देर बाद फिर फोन मिलाया तब भी आतंकी ने ही फोन उठाकर सलाम वालेकुम बोला। आतंकी रात में भागने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन सेना की दूसरी टीम ने उन्हें मार गिराया। दो आतंकी ढेर हो गए। जिनमे एक की शिनाख्त लश्कर के टॉप कमांडर हैदर के रुप में हुई।
वहीं जब सेना की दूसरी टीम ने घर के अंदर एंट्री की कर्नल आशुतोष के साथ ही सभी पांच शहीदों की बॉडी मिली। बाकी दो आतंकियों की खोज जारी है। पांचों शहीद जवानों को हमारी ओर से सैल्यूट औऱ श्रद्धांजलि। बता दें कि कर्नल को बहादुरी के लिए दो बार मेडल मिल चुका है।