देहरादून। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की परेड ग्राउंड में हुई रैली को जहां कांग्रेस सफल बता रही है वहीं राहुल की रैली में कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय को मंच से भाषण न दिए जाने और दूसरी पंक्ति में बिठाए जाने से किशोर उपाध्याय काफी नाराज बताए जा रहे हैं। किशोर उपाध्याय ने अपनी नाराजगी सोशल मीडिया के माध्यम से व्यक्त की है.
वह कांग्रेस पार्टी के सच्चे सिपाही है लेकिन- किशोर उपाध्याय
वहीं किशोर उपाध्याय ने मंच में दूसरी पंक्ति और भाषण के लिए मौका न दिए जाने को अपमान बताया है. किशोर उपाध्याय का कहना कि वह कांग्रेस पार्टी के सच्चे सिपाही हैं लेकिन जो बात कल राहुल गांधी की रैली में हुई है, उसे उनके समर्थकों में नाराजगी है. जिसके बाद फोन और मैसेज कर कुछ लोग उनकी अनदेखी पार्टी के द्धारा किए जाने की बात उनसे कर रहे हैं जिसे वह दुखी हैं।
राहुल को प्रधानमंत्री बनाना है लक्ष्य
कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय का कहना कि राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाना लक्ष्य है, इसलिए वह अपनी उपेक्षा को झेलने के लिए भी तैयार हैं और अगर उनके अपमान से कांग्रेस पार्टी मजबूत होती है तो वह इसे झेलने के लिए लिए भी तैयार हैं। खास बात ये है कि राहुल गांधी ने मंच से जहां कई बड़े नेताओं के नाम लिए वहीं पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय का नाम लेना राहुल गांधी भी भूल गए।
प्रदेश प्रभारी ने बताई चूक
किशोर उपाध्याय को भाषण न दिए जाने का समय न मिलने को कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अनुग्रहण नारायण सिंह लापरवाही बताया है. अनुग्रह नारायण सिंह का कहना कि राहुल की रैली में मंच संचालन में लापरवाही बरती गई है जिसकी समीक्षा उन्होने की है और चेतावनी दी है कि आगे से मंच संचालन में ऐसी लापरवाही नहीं हो.
प्रीतम ने फोन कर मनानी की कोशिश की
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय के नाराज होने की चर्चाएं जब कांग्रेस भवन मुख्यालय में चर्चा का विषय बन गयी तो कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने भी किशोर उपाध्याय को फोन मिलाया. प्रीतम सिंह ने किशोर की नाराजगी को दूर करने की कोशिश कर रहे थे लेकिन किशोर उपाध्याय ने सीधे कह दिया कि पार्टी में उनका अपमान बहुत हो गया है और अब वह सहन करने की स्थिति में नहीं. किशोर उपाध्याय की नाराजगी फोन पर भांपते हुए प्रीतम उन्हें मनाने की कोशिश की तो किशोर उपाध्याय ने कह दिया कि पिछले 20 सालों से वह पार्टी में लात ही खा रहे हैं। किशोर ने यहां तक प्रीतम को फोन पर कह दिया कि अगर पार्टी उन्हें कोई काम सौंपती है तो वह उसे निभाने का तैयार हैं लेकिन अगर इसी तरह उनका अपमान होता रहा तो वह घर बैठने को ही तैयार हैं।
किशोर की नाराजगी के माईने
दरअसल किशोर उपाध्याय कल के ही घटना क्रम से ही नाराज नहीं है बल्कि जबसे कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पद से उन्हें हटाया गया है तब से ही पार्टी में उनकी अनदेखी हो रही है। जिसे वह बर्दास्त के बाहर बता रहे हैं. माना तो यहां तक भी जा रहा है कि किशोर उपाध्याय इस बात से भी नाराज हैं कि राहुल की रैली में टिहरी और उत्तरकाशी के किसी भी नेता को मंच पर बोलने का मौका नहीं मिला जबकि कुमाऊं क्षेत्र के छोटे नेताओं को मंच से बोलने का मिला।
किशोर की नारागी जायज
किशोर उपाध्याय नाराज हैं और उनकी नाराजगी जायज भी है. कांग्रेस प्रदेश प्रभारी ने मंच संचालन में चूक और प्रीतम सिंह ने किशोर उपाध्याय को फोन किए जाने से ये बात सही सिद्ध कर दिया है कि किशोर की नाराजगी अपनी जगह सही है। लेकिन ये बात प्रीतम सिंह हो कल ही सोच लेनी चाहिए थी कि अगर कि अगर कल को वो भी प्रदेश अध्यक्ष पद से हटते हैं और पार्टी उनका इसी तरह अनादर करती है तो उनके उपर उस समय क्या गुजरेगी।