पौैड़ी – नयार नदी के किनारे कोटेश्वर घाट में जब मरखोला के जमीदोज परिवार के 7 मृतक सदस्यों का एक साथ अंतिम संस्कार किया जा रहा था तो राज्य के मुख्यमंत्री हरीश रावत परिवार के बचे सदस्यों को नम आंखों के साथ ढाढस बंधा रहे थे। मृतकों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने घटना को बेहद दुखद बताया और गहरा शोक प्रकट किया।
मुख्यमंत्री नें इस मौके पर पीड़ित परिवार के सदस्यों को भंरोसा दिलाते हुए कहा कि वे अपने आपको अकेला न समझे सरकार उनके साथ है। मौके पर प्रति मृतक 4 लाख रूपए के मुआवजे का ऐलान करते हुए सीएम ने मकान बनाने के लिए भी 4 लाख देनें की घोषणा की जबकि परिवार के एकमात्र बालिग सदस्य और विद्युत विभाग मे ठेकेदार के साथ मजदूरी करने वाले चंदन सिंह को यूपीसीएल में संविदा के आधार पर नियुक्त करने का आदेश निगम के महाप्रबंधक को दिया। मुख्यमंत्री ने आदेश देते हुए कहा कि तत्काल प्रभाव से नियुक्त चंदन सिंह को एक माह का वेतन बिना काम के दिया जाए ताकि वे अपने परिवार की देखभाल इस दुखद घड़ी में कर सकें।
पौड़ी जिलाधिकारी चंद्रशेखर भट्ट को निर्देश देते हुए सीएम ने कहा कि पीड़ित परिवार को मानकों के अनुरूप हरसंभव मदद तत्काल महुैया कराई जाए ताकि पीड़ितों का जीवन फिर से पटरी पर लौट सके। इससे पहले मुख्यमंत्री ने आपदा ग्रस्त मरखोला गांव का हवाई निरीक्षण भी किया। अंत्येष्टी के दौरान मुख्यमंत्री के साथ विधायक गणेश गोदियाल, भाजपा विधायक तीरथ सिंह रावत समेत कई जनप्रतिनिधि और आलाधिकारी मौजूद थे।