देहरादून(हिमांशु चौहान)- इंटरनेट, फोन, लैपटॉप ने जहां आज हर इंसान को सहुलियत दी तो वहीं इससे कइयों का नुकसान भी हुआ. बात उत्तराखंड की करें तो सोशल मीडिया के जरिए उत्तराखंड में भी हिंसा,तनाव, लड़ाई-झगड़ा बढ़ा. याद दिला दें सतपुली में हुई हिंसा में अहम कारण सोशल मीडिया ही था जिससे लोगों को आहमत किया गया…दूसरी औऱ रुद्रप्रयाग में भी इसी तरीके की हिंसा ने पूरे राज्य को झकझोर कर रख दिया था.
सतपुली और रुद्रप्रयाग में हुई थी हिंसा
गौर हो कि सतपुली और रुद्रप्रयाग में फैली हिंसा सोशल मीडिया का ही साइड इफेक्ट था. फेसबुक और व्हाट्सएप में फैलाए गए हिंसात्मक मैसेज से ऐसा माहौल पैदा हो गया था कि शांत उत्तराखंड को मानें नजर सी लग गई हो..हर तरफ तोड़-फोड़ औऱ आग ही आग, हल्ला गुल्ला.
सरकार ने जारी की मंगलवार को व्हाट्सएप को सख्त चेतावनी
वहीं इस व्हाट्सएप को लेकर सरकार गंभीर दिखी. व्हाट्सएप पर अफवाहों के कारण बढ़ रही भीड़ हिंसा की घटनाओं के बीच सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ने सरकार को भरोसा दिलाया है कि वह अफवाहों पर रोक लगाने के लिए कदम उठा रहा है। सरकार ने मंगलवार को व्हाट्सएप को सख्त चेतावनी जारी करते हुए कहा था कि वह अमर्यादित और नफरत फैलाने वाले मेसेजों को फैलने से रोकने के लिए तत्काल कदम उठाए। सरकार ने व्हाट्सएप से साफ तौर पर कहा कि वह अपनी जिम्मेदारियों से नहीं बच सकता है।
आईटी मंत्रालय का बड़ा कदम
आईटी मंत्रालय को दिए अपने जवाब में व्हाट्सएप ने कहा कि फर्जी खबरें, झूठी सूचनाएं और अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए सामूहिक प्रयास की जरूरत है। इसके लिए सरकार, नागरिक समूहों और प्रौद्योगिकी कंपनियों को एक साथ काम करना पड़ेगा। उसने कहा कि लोगों की सुरक्षा को लेकर व्हाट्सएप बेहद गंभीर है, इसलिए हमने अपने एप को सुरक्षा को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है।
गलत अफवाह उड़ाना, अश्लील और भद्दी बातें करना, फोटो एडिट कर कुछ का कुछ और दिखा देना आज आम बात
गलत अफवाह उड़ाना, अश्लील और भद्दी बातें करना, फोटो एडिट कर कुछ का कुछ और दिखा देना आज आम बात हो चुकी है। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता विरेन्द्र विष्ट कहते हैं कि सोशल मीडिया को लेकर समाज के लिए यह बेहद सोचनीय अवस्था है। आप अपनी भड़ास निकालने के लिए सारी मर्यादा का उलंघन तो करते ही हैं साथ ही आप इन मामलों में जिनका कोई लेना देना नहीं है उसे भी घसीट रहे होते हैं।
एसएसपी एसटीएफ देहरादून रिधिम अग्रवाल का बयान
एसएसपी एसटीएफ देहरादून रिधिम अग्रवाल कि माने तो सोशल मीडिया मेें फेक न्यूज, अफवाह फैलाने वालों, बिना जाने गलत पोस्ट को फावर्ड करने वालों के खिलाफ आईटी एक्ट की विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाही की जाती है। रिधिम अग्रवाल कहती हैं कि सोशल मीडिया का इस्तेमाल करें पर पूरी समझ के साथ।
जारी की युवाओं को सख्त से सख्त चेतावनी
पल-पल की खबर देनेवाला सोशल मीडिया आज युवाओं के जीवन का अभिन्न अंग बन चुका है। इसके प्रभाव से कोई भी अछूता नहीं है। सोशल मीडिया जहां एक ओर हमें जोड़ने का काम करता है, वहीं कुछ धोखेबाज व आपराधिक किस्म के लोग इसका दुरुपयोग अपने फायदे के लिए भी करते हैं, इसलिए सोशल मीडिया पर एक्टिव रहते समय ऐसी गलतियां न करें, जिनका खामियाजा आपको भविष्य में भुगतना पड़े।हलाकि सरकार ने सोशल मीडिया को सख्त चेतावनी जारी करते हुए कहा की नफरत फैलने वाले संदेशो को फैलने को रोकने के लिए तत्काल कदम उठाये!