कांग्रेस नेत्री अंबिका सोनी ने पार्टी आलाकमान से उत्तराखंड के बारे मेंअपनी दिलीख्वाहिश जाहिर कर दी है। उत्तराखंड में कांग्रेस जब तक सत्ता मे रही उस दौरान तकरीबन पांच साल तक अंबिका सोनी उत्तराखंड की प्रभारी रही। लेकिन उत्तराखंड मे पार्टी क्षत्रपों को वे एक साथ लाने में नाकाम रही।
जब वे देहरादून आई कई मौकों पर देखा गया कि सूबाई क्षत्रपों के उनके सामने हाथ ही नहीं मिले दिल तो छोड़िए। कभी विजय बहुगुणा से हरीश रावत खेमा नाराज रहा। आए दिन छोटा भाई मीडिया में बड़े भाई की पैरोकारी करते हुए आलाकमान की पसंद को कोसता रहा। जबकि बाद में छोटा भाई ही बड़े भाई से नाराज हो गया। उनकी नाराजगी भी मीडिया में सुर्खियां बटोरती रही।
पूरे पांच साल कांग्रेस के भीतर के राज बेपर्दा होते रहे। बहरहाल सूत्रों की माने तो अब अंबिका सोनी ने एक बार फिर आलाकमान से दो टूक कह दिया है कि वे उत्तराखंड के प्रभार से मुक्त होना चाहती हैं। गौरतलब है कि चुनाव से कुछ वक्त पहले भी अंबिका ने पार्टी आलाकमान के सामने उत्तराखंड प्रभारी से मुक्ति की ख्वाहिश रखी थी लेकिन उसे मंजूर नहीं किया गया। हालांकि माना जा रहा है कि इस बार अम्बिका की मन की मुराद को कांग्रेस आलाकमान पूरी कर सकता है।