सोचिए उस घर में क्या माहौल होगा जिसके बेटे की शादी नवंबर में होने वाली थी। घर में शादी की तैयारियां चल रही थी। मां शादी की तैयारी में व्यस्त हो और पिता बेटे की शादी के कार्ड बंट रहे हो और अचानक उसी बेटे की शहादत की खबर घर आए। ठीक वैसे जैसे उत्तराखंड के चित्रेश बिष्ट और उनके परिवार के साथ बीती …वहीं हाल हुआ होगा. जी हां हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिला का लाल जम्मू-कश्मीर के पुंछ सेक्टर में आतंकवादियों से मुठभेड़ में शहीद हो गए। हमीरपुर जिला के गलोड़ गांव के 24 साल के रोहिन सपुत्र रसील कुमार के शहीद होने की खबर मिलते ही घर सहित क्षेत्र में मातम छा गया है। रोहिन की नवंबर में शादी होनी थी और पूरा परिवार शादी की तैयारियां में जुटा हुआ था। जानकारी मिली है कि रोहिन 4 साल पहले 2016 में सेना में भर्ती हुए थे। जिनकी नवंबर में शादी थी लेकिन उससे पहले घर उनकी शहादत की खबर आई। परिवार में कोहराम मच गया। मां बेसुध हो गई। पूरे इलाके में मातम छा गया। उस लड़की का लाल जोड़ा पहनने से पहले ही सब कुछ उजड़ गया। शादी का लाल जोड़ा, हाथों में जूड़े पहनने का ख्वाब, फौजी की पत्नी बनने का ख्वाब पहले ही टूट गया।
पिता करते हैं हलवाई का काम
जिस बेटे की तैयारी में परिवार जुटा था शनिवार को वो शहीद हो गया। अब वो बेट तिरंगे में लिपटा पहुंचा। रोहिन के बलिदान की खबर सुनते ही पूरे गांव में मातम पसर गया है। हर कोई बेबस माता-पिता को हौसला दे रहा है लेकिन वो दर्द एक मां-पिता ही जानते हैं। बता दें कि शहीद जवान के पिता हलवाई का काम करते हैं लेकिन बेटे को सेना में भेजा जो देश की रक्षा करते हुए शहीद हो गए।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भी सैनिक के बलिदान पर दुख जताया है। CM ने कहा कि ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति व शोकग्रस्त परिवार को इस असहनीय दुख को सहने की शक्ति प्रदान करें।