भूलकर भी न चढ़ाएं शिवलिंग पर ये 6 चीजें, नहीं मिलता पूजा का पूर्ण फल

Mahashivratri 2024

तुलसी पत्र न चढ़ाएं

देवी तुलसी के पति असुर जालंधर का भगवान शिव ने वध किया था। जिसके कारण उन्होंने स्वयं शिव को अपने दैवीय गुणों वाले पत्तों से वंचित कर दिया।

हल्दी स्त्री से संबंधित मानी गई है। साथ ही हल्दी की तासीर गर्म होती है।इन दो कारणो की वजह से शिव पर हल्दी चढ़ाना वर्जित है ।

हल्दी नहीं चढ़ाएं

शंखचूड़ दैत्य का वध शिव ने किया था। उसके बाद उसके भस्म शरीर से शंख की उत्पत्ति हुई थी। इसलिए महाशिवरात्रि पर शंख से शिवलिंग पर जल नहीं चढ़ाया जाता।

शंखजल से अभिषेक 

नारियल देवी लक्ष्मी का प्रतीक होता  है। ऐसे में नारियल को अर्पित किया जाता है लेकिन शिवलिंग पर नारियल के जल से अभिषेक नहीं किया जाता। 

शिवलिंग पर नारियल पानी

पति की लंबी उम्र के लिए सुहागिन महिलाएं मांग भरती हैं। शिव को संहारक रूप में भी पूजा जाता हैं, इसी वजह से शिव को सिंदूर नहीं चढ़ाना चाहिए।

शिवलिंग पर सिंदूर 

शिवपुराण के अनुसार, टूटे चावल अपूर्ण और अशुद्ध होते है, जिसकी  वजह से ये शिव जी को नहीं चढ़ता।

टूटे हुए चावल

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