देहरादून : दूध…सुबह की शुरुआत हमारी दूध से ही होती है, सुबह उठते ही बेड टी के साथ ही नाश्ते में चाय और दूध जरुरी हो गयाहै। इसी के साथ बच्चों के लिए भी दूध जरुरी है। स्कूल भेजने से पहले मां अपने बच्चे को एक गिलास दूध जरुर पिलाकर भेजती हैं चाहे वो खाना कम खाए। लेकिन क्या आपको पता है कि जो दूध आप खरीद कर ला रहे हो वो कितना शुद्ध है। क्या आप जानते हैं उसमे कितना पानी मिला है। तो आपको बता दें कि देहरादून मेें बिकने वाले दूध को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है।
दरअसल देहरादून के खाद्य संरक्षा अधिकारी-अभिहित अधिकारी पीसी जोशी के निर्देशन में रात 1 बजे से 4 बजे तक फूड सेफ्टी विभाग पुलिस एवं दुग्ध विकास विभाग की संयुक्त टीम द्वारा आशा रोड़ी चेक पोस्ट में अन्य राज्य की सीमावर्ती सीमा से आने वाले दूध की जांच की गई जिसमें दुग्ध विकास विभाग के द्वारा मिल्क एनालाइजर टेस्टिंग मशीन द्वारा दूध की ग्रेविटी की जांच की गई जिसमें लगभग 30% नमूनों में पानी की मात्रा अधिक पाई गई.
मौके पर ही फूड सेफ्टी विभाग की टीम द्वारा नष्ट कर वाहन को वापस भेज दिया और उनके दूध के सैंपल जांच के लिए भेजे। साथ ही टीम तमाम डेरियों की भी जांच पड़ताल में जुटी है जहां ये दूध सप्लाई होता आ रहा है। बता दें कि आज आशा रोड़ी चेक पोस्ट से रात में 10 नमूने दूध प्रोडक्ट के विधिक कार्रवाई के लिए गए हैं और एडीएम कोर्ट में खाद्य सुरक्षा मानक अधिनियम के तहत 6 विक्रेताओं पर केस दर्ज किए गए हैं.
निरीक्षण कार्रवाई में एफडीए केवरिष्ठ खाद्य सुरक्षा अधिकारी योगेंद्र पांडे रमेश सिंह वरिष्ठ खाद्य सुरक्षा अधिकारी संजय सिंह एवं दुग्ध विकास विभाग से दुग्ध निरीक्षक ए के सिंह एवं अशोक यादव एवं आशा रोड़ी चेकपोस्ट की पुलिस टीम ने प्रतिभाग किया यह कार्रवाई आगे भी निरंतर जारी रहेगी