देहरादून : 8 महीने पहले लव मैरिज हुई थी…और उसके बाद मेजर पति सीमा पर देश की रक्षा करने चला गया..क्यों कि एक फौजी के लिए सबसे देश होता है फिर परिवार…लेकिन उस लड़की को क्या पता थी की इतनी जल्दी उसकी मांग सूनी पड़ जाएगी…उसे क्या पता था कि एक दिन उसके घर के आंगन के आगे इतने लोग आंसू बहाएंगे…उसे क्या पता था कि जिस जगह को वो छोड़ कर आए थे एक दिन उस जगह उसके पति की मौत हो जाएगी.
सच में एक नई नवेली दुल्हन के लिए एक मां के लिए, एक पिता के लिए, भाई-बहन के लिए वो समय बहुत दर्दनाक होता होगा जब किसी अपने की लाश तिरंगे में लिपटे ताबूत के अंदर आती होगी. और तो औऱ कोई तो अपने बेटे के अंतिम दर्शन तक नहीं कर पाते.सीमा से आते हैं तो सिर्फ शरीर के टुकड़े.
पत्नी ने कही ऐसी बात की सबको सीख लेनी चाहिए
लेकिन सैल्यूट ऐसे शहीद की पत्नी को जिसने धैर्य बनाए रखा औऱ ये दिखाया कि वो वीर जवान की पत्नी है. उसने दिखाया कि उसमें भी पति की तरह हिम्मत, ताकत, जज्बा है…पति की पार्थिव शरीर को देख पति ने ऐसी-ऐसी बातें कहीं की लोगों को इससे सीख लेनी चाहिए.