भारत देश में अब पाकिस्तान की टिड्डियों दलों ने हमला कर दिया है और कई राज्यों की फसलों को नुकसान पहुंचा है। भारत की कई हजारों एकड़ फसले खराब हो गई है जिससे किसान परेशान हैं। जानकारी मिली है कि ये टिड्डी दल पाकिस्तान से आया है। टिड्डियों के दलों ने कई राज्यों की फसलों पर हमला किया है जिससे लोग भी दहशत में हैं. वहीं इसके कई वीडियो वायरल हो रहे हैं।
टिड्डियों का दल बीते दिनों राजस्थान के जयपुर पहुंचा
बता दें कि पाकिस्तान के सीमावर्ती इलाकों में फसलों को बर्बाद करने के बाद टिड्डियों का दल बीते दिनों राजस्थान के जयपुर पहुंचा। टिड्डियों का एक बडा झुंड जयपुर के परकोटा क्षेत्र में बड़ी चैपड़ और आस-पास के इलाकों और कई अन्य क्षेत्रों में देखा गया। टिड्डियों के दल को देखने के बाद लोग अपनी फसलों को बचाने में लगे। वहीं लोगों ने पटाखे फोटकर और कई तरीको से इन्हें भगाने की कोशिश की।
कई राज्यों में हमला हुआ तेज, अलर्ट
वहीं सीमावर्ती राज्य गुजरात, राजस्थान, राजस्थान व पंजाब में टिड्डियों का हमला तेज हो गया है। लेकिन तापमान बढ़ने के साथ उनका हमला और आगे बढ़ गया है। सेंट्रल इंडिया के रास्ते उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश के बुंदेलखंड के जिलों में पिछले सप्ताह ही उनका दल पहुंचने लगा था।
उत्तराखंड में अलर्ट जारी
पाकिस्तान से आई और भारत के कई राज्यों में तबाही मचाने के बाद अब ये उत्तराखंड में भी हमला कर सकती है जिसकों लेकर सरकार ने अलर्ट जारी कर दिया है।कृषि एवं उद्यान मंत्री सुबोध उनियाल ने टिड्डी दल के हमले से फसलों के बचाव को लेकर तैयारियों की समीक्षा की है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि टिड्डियों की रोकथाम के लिए सभी जिलों में पर्याप्त मात्रा में क्लोरोपाइरीफोस, लैंबड़ा, साईहैलोथरीन दवा उपलब्ध कराई जाए। कहा कि राजस्थान से चला टिड्डियों का दल दिल्ली और यूपी पहुंचा है। जिससे इन राज्यों में भी अलर्ट जारी किया गया है। टिड्डी हरी फसलों को पूरी तरह बर्बाद कर देता है। खास तौर पर मक्का, मूंग, उड़द, गन्ना, सब्जी, आम व अन्य फसलों को नुकसान पहुंचता है। अधिकारियों ने बताया कि कई सालों बाद टिड्डी दल आया है।
क्या होता है टिड्डी दल?
दरअसल टिड्डी की एक प्रजाति रेगिस्तानी टिड्डा सामान्यत: सुनसान इलाकों में पाया जाता है। ये एक अंडे से पैदा होकर पंखों वाले टिड्डे में तब्दील होते हैं। लेकिन कभी-कभी रेगिस्तानी टिड्डा खतरनाक रूप ले लेता है। जब हरे-भरे घास के मैदानों पर कई सारे रेगिस्तानी टिड्डे इकट्ठे होते हैं तो ये निर्जन स्थानों में रहने वाले सामान्य कीट-पतंगों की तरह व्यवहार नहीं करते बल्कि एक साथ मिलकर भयानक रूप धारण कर लेते हैं। आसमान में उड़ते हुए इन टिड्डी दलों में दस अरब टिड्डे हो सकते हैं। टिड्डी दल का ये झुंड एक दिन में 200 किलोमीटर का रास्ता तय कर सकता हैं। एक दिन में टिड्डों के ये झुंड अपने खाने और प्रजनन के मकसद से इतने बड़े क्षेत्र में लगी फसल को चट कर जाता है। संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन के मुताबिक एक औसत टिड्डी दल एक बार में 2500 लोगों का पेट भरने लायक अनाज को चट कर सकता है।