शुक्रवार को आज फिर पश्चिम बंगाल के हावड़ा और महाराष्ट्र के संभाजीनगर में पथराव देखने को मिला। बताया जा रहा है कि पश्चिम बंगाल में उपद्रवी सड़कों पर घूम रहे हैं। बड़ी संख्या में जुमे को देखते हुए पुलिस अलर्ट पर है। वहीं छत्रपति संभाजीनगर में हुई मारपीट का कारण दो गुटों में आपसी मारपीट बताई जा रही है ।
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एसीपी शिलवंत नांदेड़कर ने कहा कि आज सुबह किसी पुराने मामले की वजह से दो गुटों में मारपीट हुई है। उन पर एफआईआर दर्ज करके कार्रवाई की जाएगी। वहीं पांच से छह लोग इस पथराव में घायल हुए हैं। घायलों का इलाज जारी है ।
हिंसा में हो चुकी 36 लोगों की गिरफ्तारी
बता दें कि हावड़ा के शिबपुर और उत्तरी दिनाजपुर जिले में इस्लामपुर शहर के डालखोला में भी हिंसा हुई है। हावड़ा के शिबपुर में दो गुटों में जमकर पत्थरबाजी हुई। इसके वीडियो भी वायरल हो रहे हैं। जिनमें घर की छतों से कुछ लोग शोभायात्रा पर पत्थर फेंकते दिख रहे हैं।
इसके बाद शोभायात्रा में शामिल भीड़ ने भी पत्थर फेंके। भीड़ ने आसपास के वाहनों और दुकानों में आगजनी भी की। शिबपुर में विश्व हिंदू परिषद और बंजरग दल ने शोभायात्रा निकाली थी। रामनवमी के मौके पर हुई हिंसा में अब तक 36 लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है ।
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ममता बनर्जी भड़की , कहा रूट क्यों बदला
पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी हिंसा मामले के बाद काफी भड़क गई है। ममता बनर्जी ने कहा कि रूट कैसे बदला? दरसअल ममता ममता बनर्जी रामनवमी से पहले ही कह चुकी थी, कि शोभा यात्रा निकले लेकिन अगर मुस्लिम इलाकों पर हमला हुआ तो वह किसी को नहीं छोड़ेंगी।
हालांकि रूट बदलने की बात पर विश्व हिंदू परिषद ने आरोपों को गलत बताया है। विश्व हिंदू परिषद का कहना है कि हमलावरों को पश्चिम बंगाल सरकार बचा रही है।
मुसलमान रमजान में गलत काम नहीं करते – ममता बनर्जी
ममता बनर्जी ने कहा कि रमजान का महीना चल रहा है और इस महीने मुसलमान कोई गलत काम नहीं करते हैं। उन्होंने कहा कि मेरी आखें, कान खुले हैं। मैं सब कुछ सूंघ सकती हूं।
उन्होंने कहा कि मुस्लिम क्षेत्रों से जुलूस निकालते समय ही मैंने उन्हें आगाह कर दिया था कि रामनवमी की रैली करेंगे तो हिंसा हो सकती है। उन्होंने किस से पूछकर शोभा यात्रा का रूट बदला? जिससे एक समुदाय को निशाना बनाया जा सके।
बता दें कि देश के कई हिस्सों में राम नवमी के अवसर पर हिंसा देखने को मिली। हावड़ा के अलावा गुजरात के वडोदरा, महाराष्ट्र के संभाजीनगर और जलगांव में भी हिंसा देखने को मिली।