हरिद्वार(गोविंद सिंह) : हरिद्वार जिले के लक्सर तहसील में खानपुर विधानसभा के चंद्रपुरी बांगर के लोगों ने आज सैकड़ों की संख्या में आकर लक्सर तहसीलदार को एक प्रार्थना पत्र देते हुए ग्राम प्रधान और सर्किल लेखपाल पर ग्राम सभा की भूमि को बंदरबांट करने का आरोप लगाया। शिकायतर्कताओं का कहना है कि सर्किल लेखपाल व ग्राम प्रधान अपने निजी वह चहेते लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए ग्राम सभा की भूमि का पैसे लेकर बंदरबांट कर रहे हैं, जिससे ग्राम सभा को भारी नुकसान होगा और सरकार को भी एक बहुत बड़े राजस्व की हानि होगी।
पड़ोस के दूसरे गांव के प्रधान को जमीन 20 लाख में बेचने का आरोप
आज लक्सर तहसील कार्यालय के सभागार में लक्सर तहसीलदार द्वारा तहसील दिवस कार्यक्रम रखा गया था जिसके बाद खानपुर विधानसभा के चंद्रपुरी बांगर गांव से सैकड़ों की संख्या में अचानक ही लोग लक्सर तहसील कार्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने जमकर हंगामा काटना शुरू कर दिया। लक्सर तहसीलदार सुनैना राणा से मिलकर उन्होंने एक प्रार्थना पत्र भी दिया, जिसमें उन्होंने चंद्रपुरी बांगर गांव के वर्तमान ग्राम प्रधान व हल्का लेखपाल पर 10000 लेकर ग्राम सभा की जमीन को बंदरबांट करने का आरोप लगाया। ग्रामीणों ने चंद्रपुरी बांगर की वर्तमान प्रधान कमलेश देवी पर अपने गांव की सरकारी जमीन को पड़ोस के दूसरे गांव के प्रधान को 20 लाख में बेचने का आरोप भी लगाया।
लोगों का आरोप
तहसील परिसर में हंगामा काट रहे लोगों ने कहा कि वह चंद्रपुरी बांगर गांव से आए हैं। उनके गांव में लेखपाल और मौजूदा ग्राम प्रधान ग्राम सभा की जमीन को अपनी चहेतों को पट्टे काट कर दे रहे हैं और जमीन का बंदरबांट किया जा रहा है। ग्राम प्रधान उन लोगों को पट्टे मुहैया नहीं करा रहा है जो भूमिहीन है बल्कि पट्टे उन लोगों को मुहैया कराए जा रहे हैं जिनके पास पहले से ही खेती करने की जमीन मौजूद है। लोगों ने आरोप लगाया कि ग्राम प्रधान व हल्का लेखपाल लोगों से 10000 लेकर अपने चहेतों को पट्टे के रूप में सरकारी जमीन देकर सरकारी जमीन का बंदरबांट कर रहे हैं जिसकी शिकायत हमने लक्सर तहसीलदार से की है।
हमारे संवाददाता ने की तहसीलदार से बात
जब हमारे संवाददाता ने सरकारी जमीन की बंदरबांट को लेकर लक्सर तहसीलदार सुनैना राणा से बात की तो उन्होंने बताया कि चंद्रपुरी बांगर से आए कुछ लोगों ने सरकारी जमीन के बंदरबांट का आरोप लगाया है मामले में जांच के आदेश दे दिए गए हैं जांच के बाद जो भी तथ्य सामने आएंगे उनके अनुरूप ही कार्रवाई की जाएगी।