सोशल मीडिया पर बीते दिनों दूध का एक विडियो खूब वायरल हो रहा है जिसमे एक शख्स ने अमूल के दूध पर उंगली उठाते हुए दावा किया कि अमूल कंपनी मिलावटी दूध बेच रही है। ये वीडियो करीब 3 मिनट 57 सेकंड का है जिसमें दावा किया गया है कि अमूल गोल्ड दूध को उबालने के बाद प्लास्टिक सा बन गया। वहीं ताजी खबर यह है कि कंपनी ने इन आरोपों को खारिज करते हुए भ्रामक प्रचार करने वाले शख्स के खिलाफ केस दर्ज किया है ।
आणंद, गुजरात स्थित अमूल ब्रांड के दुग्ध उत्पादों के मालिक कोऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन ने शनिवार को प्रयागराज में यह मामला दर्ज करवाया है।
न्यूज एजेंसी आईएएनएस के अनुसार प्रयागराज निवासी आशुतोष शुक्ला ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो अपलोट किया था जिसमे उन्होंने दावा किया था कि अमूल के दूध से दही इसलिए बन जाती है, क्योंकि इसमें प्लास्टिक होता है और यह जहरीला हो सकता है। दर्ज शिकायत में कहा गया है कि जीसीएमएमएफ के अधिकारियों ने आरोपी से विडियो हटाने का आग्रह किया था।
झूठी अफवाह फैलाना बंद करने की अपील की, मांगे 10 लाख-अधिकारी
आरोप है कि जब अधिकारियों ने झूठी अफवाह फैलाना बंद करने का आग्रह किया तो आरोपी ने 10 लाख रुपये की मांग की। ऐसे में आशुतोष शुक्ला के खिलाफ आईपीसी की धारा 386 (वसूली), धारा 499 (मानहानि) के साथ-साथ सूचना प्रौद्योगिकी कानून के तहत मामला दर्ज किया गया।
जीसीएमएमएफ के प्रबंध निदेशक आरएस सोढ़ी ने कहा कि अमूल यह संदेश देना चाहता है कि उसके उत्पादों के संबंध में सोशल मीडिया पर किसी ने उसके उपभोक्ताओं को गुमराह करने की कोशिश की, तो उसे बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि दूध का दही बनना सामान्य प्रक्रिया है।