कोराना महामारी के बाद लाॅक डाउन की वजह से रोजगार न होने के चलते बड़ी तादाद में प्रवासी उत्तराखंड पहुंच रहे है। प्रवासियों के उत्तराखंड पहुंचने को लेकर सरकार दावा कर रही है कि प्रवासिायों को क्वारंटाइन करने से लेकर खाने रहने की उचित व्यवस्था की गई। विपक्ष में बैठी कांग्रेस लगातार सरकार पर सवाल उठा रही है कि प्रवासियों के लिए सरकार के द्धारा की गई व्यवस्थाएं नाकाफी है। लेकिन सरकार विपक्ष के आरोपों को मानने के लिए तैयार नहीं है। लेकिन अब भााजपा विधयक के ट्वीट ने प्रवासियों के लिए की गई व्यवस्था ने सरकार के साथ प्रशासन की भी पाले खोल दी है।
देहरादून से पुणे के प्रवासियों का भी वीडियो वायरल
कोरोना वायरस महामारी में त्रिवेंद्र सरकार दावे कर रही है कि इस महामारी से लड़ने के लिए सरकार की तैयारियां पूरी है। लेकिन अब सरकार और प्रशासन के द्वारा की गई तैयारियों में मिल रही लापरवाहियों की पोल भाजपा के विधायक ही खोल रहे हैं। हाल ही में देहरादून के रायपुर स्थित स्टेडियम से भी पुणे से आए युवाओं की एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है जिसमे उन्होंने क्वारंटाइन सेंटर की खामियों को उजागर किया और सरकार से व्यवस्थाएं दुरुस्त करने की मांग की।
भाजपा विधायक ने खोली सरकार की पोल
जी हां बागेश्वर से भाजपा विधायक चंदन रामदास ने एक वीडियो ट्वीट कर कहा है कि जिला प्रशासन प्रवासियों को खाने की व्यवस्था तो कर नहीं पा रहा है। रोजगार की व्यवस्था क्या करेगा। व्यवस्था को सुधारने के लिए संज्ञान लेने की जरूरत है। खास बात ये है कि चंदन राम दास ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को भी इस ट्वीट में टैग किया है। 44 सेकेण्ड के इस वीडियों में प्रवासियों ने क्वारंटाइन के दौरान प्रशासन की व्यवस्था की पोल खोली है। आप भी देख सकते हैं कि प्रवासी किस तरह वीडियो में व्यवस्था की पोल खोलते हुए खुद को होम क्वारंटाइन किए जाने की मांग कर रहे हैं।
भाजपा विधायक के वीडियो से खुली सरकार की पोल
चंदनराम दास के द्वारा ट्वीट किए गए इस वीडियो में सरकार की पोल खुलती हुई नजर आ रही है। इसलिए भाजपा संगठन वीडियो का संज्ञान लेने की बात कर रह है। भाजपा के विधायक का यह वीडियो जहां सरकार के लिए मुसीबत भरा माना जा रहा है। वहीं कांग्रेस के उन आरोपों को इस विडियों से बल मिला है जो आरोप कांग्रेस लगातार प्रदेश सरकार पर लगा रही है।
कुल मिलाकर देखे तो एक ओर सरकार प्रवासियों के लिए क्वारंटाइन के दौरान व्यवस्थाएं दूरुस्त करने की बात कर रही है तो वहीं दूसरी तरफ भाजपा विधायक के द्वारा इसकी पोल खोले जाने से सरकार के साथ प्रशासन द्वारा जारी व्यवस्था की भी पोल खुल गई है। ऐसे में देखना ये होगा कि क्या भाजपा विधायक के द्वारा जो मामला उठाया गया है उसका संज्ञान लेते हुए व्यवस्थाएं बेहतर होती है या पार्टी भाजपा विधायक के उपर कार्रवाई करने की बात करती है। क्योंकि भाजपा में पार्टी लाईन में मामला न रखकर सोशल मीडिया में जारी किया जाना पार्टी गाइड लाईन के विपरीत है।