रुड़की : उत्तराखंड का मंगलौंर कस्बा शाहीन बाग़ में तब्दील होता दिखाई दिया है, जहाँ सैकड़ो महिलाएं अपने बच्चों के साथ सीएए कानून के खिलाफ एक मदरसे में इकठ्ठा हुई और इस कानून के खिलाफ जमकर हुंकार भरी। दरअसल एनआरसी और सीएए कानून के खिलाफ देशभर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। तो कहीं इन कानून का समर्थन भी किया जा रहा है। खासकर मुस्लिम समाज व दलित समाज के लोग लगातार कानून में हुए संशोधन के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
दिल्ली में शाहीन बाग में सैकड़ों महिलाएं एक माह से अधिक समय से धरने पर बैठी हुई हैं तो उसी की तर्ज पर उत्तराखंड प्रदेश में भी मुस्लिम समाज की महिलाएं घरों से बाहर निकलकर इस संशोधन कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने के लिए उतर गई हैं। बता दें कि मंगलौर क्षेत्र में मुस्लिम समाज की महिलाएं लगातार एनआरसी और सीएए के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने के लिए सड़कों पर उतर गई है।
पिछले दिनों मंगलौर कस्बे में स्थित मदरसे में हजारों की तादाद में पहुंची मुस्लिम समाज की महिलाओं ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया था जिसके चलते मंगलौर क्षेत्र के ही टांडा भनेड़ा गांव में भी सैकड़ों की संख्या में जमा हुई महिलाओं ने जोरदार इसका विरोध प्रदर्शन किया। महिलाओं ने साफ तौर पर कहा कि शाहीन बाग में बैठी महिलाएं अकेली नहीं है जब तक सरकार संशोधन कानून को वापस नहीं लेती तब तक सभी मुस्लिम समाज की महिलाएं भी धरना प्रदर्शन करेगी।