राज्य और केंद्र दोनों में भाजपा यानि डबल इंजन की सरकार होने के बावजूद राज्य में हालात ये है कि आए दिन भाजपा विधायकों और कार्यकर्ताओं की बदसलूकी और अभद्रता सामने आ रही है.
ऐसा लगता है जैसे जनता ने इंहे जिताकर लाइसेंस दे दिया हो बत्तमीजी और बदसलूकी करने का. कुछ दिन पहले एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने कांगड़ी में चुनाव के हार के बाद विधायक यतीश्वरा नंद के आश्रम में तोड़-फोड़ कर अभद्र व्यवहार किया.
राज्य पुलिस का काम है जनता की सेवा करना, उंहे सुरक्षित रखना औऱ उनके मन से डर भगाना लेकिन जो पुलिस खुद सुरक्षित नहीं है वो कैसे जनता की सेवा करेंगे. पुलिस दिन रात नेताओं के आगे-पीछे रहकर उनको सुरक्षा प्रदान करती है, बंदूक पकड़कर उनके आगे-पीछे घूमती है और उन्हे मिलता है तो क्या सिर्फ अपमान.
हाल ही में देहरादून के प्रेम नगर थाना क्षेत्र में भी एक महिला ने खुद को एडीजे न्याय के क्षेत्र में अधिकारी बताकर पुलिस से बदसलूकी की और एक पुलिसकर्मी को थप्पड़ मारा और हंगामा किया.
और एक बार फिर रुद्रपुर में भाजपा कार्यकर्ता का अभद्र और बदसलूकी करते वीडियो वाइरल हुआ. जिसमें भाजपा पदाधिकारी राधेश शर्मा ने उत्तराखंड पुलिस के इमान पर उंगली हुई.
इस वायरल वीडियों आप सुन सकते है कैसे भाजपा कार्यकर्ता पुलिस अधिकारी (दरोगा) को पाकिस्तानी करार दे रहा है. भाजपा कार्यकर्ता पुलिस अधिकारी को तू-पाकिस्तानी है, तू-पाकिस्तानी कहकर उन पर उंगली उठा रहा है.
राज्य में भाजपा की सरकार होने और राज्य की कमान भाजपा को लोगों ने इसीलिए दी ताकि राज्य का विकास हो सके, इसीलिए नहीं कि अपशब्द और भड़काउ बात बोलकर दंगा करवाए.
यदि राज्य सरकार के कार्यकर्ता ही ऐसे भड़काऊ औऱ दंगा कराने वाले बयान देंगे तो वो दिन दूर नहीं होगा जब दो देश नहीं, दो राज्य नहीं बल्कि एक ही राज्य के दो लोग आपस में लड़-भिड़ जाएंगे.