एक ओर बालिका के जीवन बचाने में जिलाधिकारी डा. आशीष चौहान का सराहनीय कार्य। जिलाधिकारी ने मातली निवासी विधवा कौरादेवी की पुत्री कु. ललीता की दिल के आप्रेशन के लिए एक लाख का चैंक भेट किया। जबकि ओर एक लाख रूपया शीघ्र भेजने का भरोसा दिया। साथ ही वाहन मुहैया कराकर बालिका को आप्रेशन के लिए कॉर्नेशन फोटिस अस्पताल देहरादून भेजा गया।
22 वर्षीय लड़की ललीता के दिल में छेद
गत माह शिकायत निवारण शिविर में मातली निवासी विधवा कौरादेवी अपनी 22 वर्षीय लड़की ललीता के दिल में छेद होने की समस्या को लेकर, जिलाधिकारी डा0 आषीश चौहान के समक्ष बालिका की उपचार कराने की गुहार लगाई। जिस पर जिलाधिकारी ने समस्या को जीवन से जुडी होने के चलते त्वरित कार्यवाही करते हुए व्याधि निधि से उपचार कराने के निर्देश मुख्य चिकित्साधिकारी को दिया। कौरादेवी द्वारा पत्रावली संकलन करने के दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने जांच के दौरान रोगी के परिजन बीपीएल श्रेणी में न आने पर व्याधिनिधि से उपचार नहीं होने की बात कही।
एक लाख रूपया और शीघ्र देने की बात
जिलाधिकारी डा. चौहान ने उक्त प्रकरण को गम्भीरता से लेते हुए स्वयं 5000 रूपये की धनराशी देकर संकनल करवाते हुए कुल 50 हजार का चैक दिया। जबकि उन्होने रेडक्रास से भी 50 हजार रूपया की धनराशि दिये। कुल मिलाकर विधवा कौरादेवी को उन्होने एक लाख रूपया की चैक भेट कर। बालिका के सही उपचार करने को कहा। जिलाधिकारी ने कौरादेवी को कहा कि निश्चिंत होकर बालिका का उपचार करें। एक लाख रूपया ओर शीघ्र भेज देंगे। किसी भी प्रकार की समस्या आने पर फोन करने को कहा।
जिलाधिकारी के इस अथक प्रयास पर विधवा कौरादेवी ने उनका आभार व्यक्त किया. कहा कि शिकायत निवारण शिविर में उन्होने बालिका के उपचार करने का भरोसा दिया एवं सरकारी खर्चे वाहन से बालिका की स्वास्थ्य जॉच देहरादून काॅरनेशन में करवाये।
जबकि बीपीएल श्रेणी में न आने पर व्याधि निधि से आप्रेशन नही हो पाया। जिसके चलते हमने जिलाधिकारी के सम्मुख अपनी समस्या रखी। आज जिलाधिकारी ने एक लाख का चैंक देकर मेरी बालिका के लिए नया जीवन दिया है, साथ यह भी कहा है कि एक लाख रूपया ओर जल्दी भेज देगें। उन्होने हमे देहरादून जाने के लिए वाहन की भी व्यवस्था की है। जिलाधिकारी के इस महान कार्य को जीवन भर याद रखेगें।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी पीएल शाह, उपजिलाधिकारी देवेन्द्र सिह नेगी, डा सुजाता सहित अन्य लोग उपस्थित थे।