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उत्तरकाशी के द्रौपदी के डांडा पर्वत पर आए एवलांच में फंसने वाले कई पर्वतारोहियों का घटना के तीसरे दिन भी कुछ पता नहीं चल पाया है। इस हादस में 9 पर्वतारोहियों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। हालांकि सूत्र बता रहें हैं कि रेस्क्यू में देर होने के चलते ये मौतों का आंकड़ा बढ़ सकता है। राहत कार्यों में वायुसेना की भी मदद ली जा रही है।
गुरुवार को हादसा का तीसरा दिन लग गया है और अब तक राहत और बचाव में टीमें मौके पर नहीं पहुंच पाईं हैं। हालांकि कुछ लोगों को जरूर निकाला गया है। ये वो लोग हैं जो किसी तरह से बेस कैंप तक पहुंच गए। यहां से इन्हे हेलिकॉप्टर के जरिए मातली लाया गया। बच कर निकले लोगों की कुल संख्या 14 है। जबकि 9 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। वहीं 21 लोग लापता बताए जा रहें हैं। कुल 46 लोगों का दल इस ट्रैक पर निकला था।
इस इलाके में लगातार खराब मौसम राहत कार्यों में लगी टीमों की परीक्षा ले रहा है। बुधवार को इस टीम को खराब मौसम और बर्फबारी के चलते राहत कार्य रोकना पड़ा था। बेस कैंप से एडवांस कैंप तक राहत टीमें पहुंचीं हैं लेकिन मौके पर पहुंचने के लिए उन्हे दिक्कतों का सामना करना पड़ा है। रेस्क्यू के लिए खास तौर पर कश्मीर से टीमों को बुलाया गया है। ये वो टीम है जो हाईएल्टीट्यूड पर काम करने में महारत रखती है।
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#उत्तरकाशी में एवलांच में फंसे लोगों को निकालने का कार्य गुरुवार को फिर शुरु हुआ। #UttarakhandAvalanche pic.twitter.com/keZClpYJ90
— Khabar Uttarakhand (@KUttarakhand) October 6, 2022