देहरादून- राज्य आयुर्विज्ञान ने उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग को बड़ा झटका दिया है. दरअसल में राज्य आयुर्विज्ञान परिषद ने प्रदेश के कई जिलों के डाक्टर और रुद्रप्रयाग के सीएमओ पर प्राइवेट प्रक्टिस पर रोक लगा दी है।
आपको बाता दें कि ये उन डाक्टरों पर रोक लगी है जिन्होंने यूपी से पीजी डिप्लोमा किया था जिसे कि एमसीआई ने निरस्त कर दिया है. जिससे कि उत्तराखंड सरकार और स्वास्थ्य विभाग की मुश्किलें बढ़ा दी है।
आपको ये भी बात दें कि उत्तराखंड राज्य में 100 से अधिक विशेषज्ञ डाक्टरों का पीजी डिप्लोमा मान्यता प्राप्त नहीं है। वहीं डीजी हेल्थ की मानें तो एमसीआई ने अपना काम किया है लेकिन शासन का इसमे कोई भी रोल नहीं है. लेकिन इससे जरुर अस्पतालों में आनेवाले मरीजों को भारी दिक्कतों का सामना करना पढ़ेगा।