देहरादून: उत्तराखंड के पहले डार्क टूरिज्म को केदारनाथ धाम में बनाने की तैयारी शुरू हो गई है। पर्यटन मंत्री सतपाल महराज ने केदारनाथ में डार्क टूरिज्म बनाने की बात कही है। उन्होंने कहा कि केदारनाथ में डार्क टूरिज्म बनाने के लिए केंद्र सरकार को जल्द प्रस्ताव भेजा जाएगा। साथ ही आपदा में मारे गए लोगों की याद में एक स्मृति वन भी बनाया जाएगा।
डार्क टूरिज्म का मतलब यह होता है कि जब भी किसी बड़ी त्रासदी में लोग मारे जाते हैं, तो उस स्थान पर लोग मारे गए लोगों की श्रद्धांजलि देने के लिए जाते हैं। दुनिया में ऐसे कई स्थान हैं, जहां त्रासदी में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देने वाली जगहों डार्क टूरिज्म डेस्टिनेशन के रूप में डेवलेप किया गया है। ये दुनिया के कई देशों में प्रचलन में है। उत्तराखंड की केदारनाथ त्रासदी भी डार्क टूरिज्म के तहत एक नया टूरिज्म डेवलेप किया जा सकता है।
सतपाल महाराज ने कहा कि केदानाथ त्रासदी में मारे गए लोगों की याद में एक स्मृति वन भी बनाया जाएगा। केदारनाथ में जो भी हुआ। उसको डार्क टूरिज्म के जरिए चजों को दिखाने का प्रयास रहेगा। चारधाम यात्रा पर आने वाले देश-दुनिया के लोगों भी उस त्रासदी के बारे में जान सकेंगे। उन्होंने कहा कि हमरा मकसद एक नए तरह के टूरिज्म को डेवलेप करने का है। इसके लिए केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा जा रहा है।