देहरादून- किसी ने ठीक ही कहा है दरिया अपना रास्ता खुद बनाती है और हुनर अपनी मंजिल खुद तलाश लेता है। ये कहावत उत्तराखंड के आर्यन शर्मा पर ठीक बैठती है। जिन्होने न केवल सूबे का नाम रोशन किया है बल्कि अपने दादा जी के देखे ख्वाब के कैनवास पर धीरे-धीरे रंग भर रहे हैं।
जी हां सूबे के लाल आर्यन शर्मा को उत्तर प्रदेश अंडर-19 क्रिकेट टीम की कैप्टनशिप मिली है। आर्यन की इस सफलता से न केवल परिजनों में खुशी का माहौल है, बल्कि सूबे के क्रिकेट प्रेमी गदगद हैं।
गौरतलब है कि आर्यन की कप्तानी में यूपी अंडर-16 टीम ने पांच साल बाद विजय मर्चेंट ट्रॉफी के फाइनल में जगह बनाई थी। भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को आदर्श मानने वाले आर्यन शर्मा को मेरठ में आयोजित प्रतियोगिता में बेहतरीन प्रदर्शन के आधार पर टीम की कप्तानी मिली है।
जौलीग्रांट निवासी आर्यन ने अभिमन्यु क्रिकेट ऐकेडमी में कोच मनोज रावत और रवि नेगी से क्रिकेट की बारीकियां सीखी। आर्यन के पिता प्रमोद शर्मा में विदेश में नौकरी करते हैं, जबकि मां सुषमा गृहणी हैं। आर्यन की मां ने बताया कि क्रिकेट के प्रति जुनून ही है, कि वह आज यहां तक पहुंच गया है। वह कहती हैं कि आर्यन के दादा हरिकृष्ण शर्मा का भी सपना था कि आर्यन एक नामी क्रिकेटर बने।
शाबाश आर्यन! khabaruttarakhand.com की ओर से तुम्हें हार्दिक शुभकामनाएं।