नोएडा के सेक्टर 76 स्थित एक सोसायटी से हैरान कर दने वाला मामला सामने आया है अगर आप भी जिम जाते हैं तो ये खबर आपके लिए जरुरी है. जी हां मामला बुधवार शाम 25 सितंबर का नोएडा के सेक्टर 76 का है. जहां उत्तराखंड के रामनगर निवासी 24 साल के एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर की ट्रेडमिल पर रनिंग करने से मौत हो गई जो की वहां नौकरी करता था। बताया जा रहा है कि रनिंग के दौरान अचानक वह चक्कर खाकर गिर पड़ा और कुछ ही देर में उसकी मौत हो गई। डॉक्टरों की मानें तो युवक की मौत हार्ट अटैक की वजह से हुई। ट्रेडमिल पर दौड़ते वक्त हार्ट अटैक आने से मौत होने का यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले साल 2013 में टीवी और फिल्मों के मशहूर ऐक्टर अबीर गोस्वामी की मौत भी जिम में ट्रेडमिल पर दौड़ते वक्त हो गई थी।
ट्रैडमिल करते समय रखें इन बातों का ध्यान
ट्रैडमिल करते वक्त हार्ट रेट पर रखें नजर
फिटनेस एक्सपर्ट सरबजीत कौर कहते हैं, ट्रेडमिल पर दौड़ते वक्त अपनी हार्ट रेट पर नजर रखें। हार्ट रेट, टारगेट हार्ट रेट से अधिक नहीं होना चाहिए। अपने अधिकतम हार्ट रेट को जानने के लिए अपनी उम्र को 220 से घटाकर मापें। टारगेट हार्ट रेट को मैक्सिम हार्ट रेट का 80 फीसदी से अधिक रखना घातक साबित हो सकता है।
रात में जिम जाने से बचें
डॉ वीपी सिंह कहते हैं कि रात के वक्त हमारा शरीर थका हुआ रहता है। लिहाजा ऐसे समय में जिम जाने से बचें और अगर जाते भी हैं तो जिम में कम वक्त देना चाहिए। साथ ही स्टेरॉयड युक्त प्रोटीन पाउडर का सेवन करने से भी मौत का खतरा कई गुना बढ़ जाता है।
वॉर्मअप और स्ट्रेचिंग जरूरी
जिम शुरू करने से पहले ट्रेडमिल पर हल्की रनिंग और स्ट्रेचिंग कर वॉर्मअप जरूर करें। इससे आपकी बॉडी जिम के लिए तैयार हो जाती है। जिम पहुंचने के साथ ही हेवी वर्कआउट करना न शुरू करें। धीरे-धीरे अपनी स्पीड बढ़ाएं।
धीरे-धीरे बढाएं स्पीड
जमीन पर दौड़ने से बिलकुल अलग होता है ट्रेडमिल पर दौड़ना। लिहाजा भले ही आप कोई एक्सपीरियंड रनर क्यों न रहे हों लेकिन ट्रेडमिल पर दौड़ते वक्त शुरुआत लोएस्ट स्पीड से करें और उसके बाद धीरे-धीरे कुछ दिनों के अंदर अपनी स्पीड बढ़ाएं। अचानक हार्ट रेट बढ़ने से कार्डिएक अरेस्ट या हार्ट अटैक का खतरा बना रहता है।
फिजिकल चेकअप जरूर करवाएं
सीनियर सर्जन डॉ वी पी सिंह कहते हैं, जिम जॉइन करने से पहले एक बार अपना फिजिकल चेकअप जरूर करवा लेना चाहिए ताकि आपको पता चल सके कि आपको कहीं कोई बीमारी तो नहीं है। कई बार बीमारी अंदर-अंदर पल रही होती है लेकिन हमें पता नहीं चलता। ऐसे में अगर आपको पता है कि आपको किसी तरह की बीमारी है तो एक्सपर्ट की सलाह लेकर ही एक्सर्साइज करें।