रुड़की-रुड़की के सिविल लाइंस कोतवाली में तैनात महिला दारोगा को एसएसपी ने निलंबित कर दिया। महिला दरोगा पर दुष्कर्म पीड़िता के साथ गलत तरीके से पूछताछ करने का आरोप है। मामले में जांच की जा रही है।
किशोरी को देह व्यापार करने वालों के चंगुल से छुड़ाया गया था
सिविल लाइंस पुलिस ने 27 अगस्त को एक लॉज में छापा मारा था। यहां एक किशोरी को देह व्यापार करने वालों के चंगुल से छुड़ाया गया था। मामले में आरोपियों पर मुकदमा दर्ज किया गया था। मामले में पीड़िता से पूछताछ के पुलिस के तरीके पर पीड़िता के परिजनों ने सवाल उठाए थे।
महिला दारोगा प्रेमा कांडपाल ने की गलत तरीके से पूछताछ
आरोप है कि महिला दारोगा प्रेमा कांडपाल ने गलत तरीके से पूछताछ की। जिससे पीड़िता को मानसिक तौर पर परेशानी उठानी पड़ी। मामले की शिकायत एसएसपी कृष्ण कुमार वीके से की गई थी। एसएसपी की ओर से मामले में गोपनीय तरीके से जांच कराई गई। जिसमें महिला दरोगा के पूछताछ के तरीके को जांच में गलत पाया गया। इसके बाद एसएसपी ने महिला दरोगा को निलंबित कर दिया।
महिला दरोगा का सिविल लाइंस कोतवाली से गंगनहर कोतवाली में तबादला भी हो गया था। एसपी देहात मणिकांत मिश्रा ने मामले में निलंबन की पुष्टि की। पुलिस अभी भी मामले की जांच कर रही है। कोतवाली के एक दरोगा और सिपाही की भूमिका भी जांच के दायरे में है। उनके मोबाइल नंबर लॉज में पकड़े गए एक आरोपी के पास से मिले थे। इस मामले में उनकी भूमिका की जांच के बाद आगे कार्रवाई होगी।