नई दिल्ली: नए साल यानी 2021 में देशभर में कोरोना वैक्सिन लगाने का काम शुरू होगा। कोविड-19 टीकाकरण अभियान शुरू करने से पहले तैयारियों को परखा जा रहा है। तैयारियों को परखने के लिए चार राज्यों- असम, आंध्र प्रदेश, पंजाब और गुजरात में आज से ड्राई रन शुरू हो रहा है। चार राज्यों के दो-दो जिलों में 28 और 29 दिसंबर को यह ड्राई रन चलेगा। इस ड्राई रन के दौरान कोई वैक्सीन इस्तेमाल नहीं होगी।
ड्राई रन के जरिए यह टेस्ट किया जाएगा कि सरकार ने टीकाकरण का जो प्लान बनाया है, वह असल में कितना मुफीद है। इसके अलावा सरकार को-विन ऐप के जरिए रियल-टाइम मॉनिटरिंग को भी टेस्ट करेगी। आइए जानते हैं ड्राई रन क्या है, कैसे होता है और असल अभियान में यह किस तरह मदद करेगा।
इस दौरान टीकाकरण प्रोसेस की मॉक ड्रिल होगी। सबकुछ वैसा ही होगा जैसा टीकाकरण अभियान में होने वाला है, सिवाय वैक्सीन एडमिनिस्ट्रेशन के। मतलब ये कि डमी वैक्सीन कोल्ड स्टोरेज से निकलकर वैक्सीनेशन सेंटर तक पहुंचेगी। साइट्स पर क्राउड मैनेजमेंट को भी टेस्ट किया जाएगा। वैक्सीन की रियल-टाइम मॉनिटरिंग को भी परखा जाएगा। कुल मिलाकर असली वैक्सीन देने को छोड़कर बाकी हर एक चीज होगी।