31 जनवरी को खत्म हो गया था कार्यकाल
बता दें कि कांग्रेस शासन के दौरान रेलवे से प्रतियुक्ति पर ब्रिडकुल के एमडी बने मनोज अग्रवाल का कार्यकाल 31 जनवरी को खत्म हो गया था लेकिन इसके बावजूद वो एमडी की कुर्सी छोड़ने को राजी नहीं हुए और पैर जमाए रखे जिसे सीएम ने मजा चखाया और सभी शासन के अधिकारियों को एक संदेश दिया कि मनमर्जी नहीं चलेगी।
कुर्सी पर बैठकर फाइनेंशियल पावर का इस्तेमाल कर रहे थे मनोज
बता दें कि मनोज सेमवाल कार्यकाल खत्म होने के 20 दिन बाद भी एमडी की कुर्सी पर बैठकर फाइनेंशियल पावर का इस्तेमाल कर रहे हैं जिसका मुख्यमंत्री कार्यालय ने संज्ञान लिया और सेमवाल को हेकड़ी का जवाब दिया। जी हां बीते दिन सेमवाल के शासन में बैठे पैरोकारों की ओर से तैयार की गई एक्सटेंशन की फाइल पर सीएम ने ना लिख दिया। जिसके बाद अब एमडी की कुर्सी छोड़ मनोज सेमवाल को अपने मूल विभाग रेलवे में जाना होगा अन्यथा कार्रवाई की जाएगी।