देहरादून- ये खबर उत्तराखंड के लिए गुड न्यूज है कि अगर सब कुछ ठीक-ठाक रहा और जंगलात महकमें ने कोई पेंच नहीं फंसाया तो आने वाले अप्रैल तक राज्य के हर गांव रात में जगमग- जमगम दिखाई देंगे। किसी भी गांव में ग्रामीणों को रात अंधियारे में नहीं गुजारनी पड़ेगी। पहाड़ी गांव हों या मैदानी गांव हर जगह लाइट पहुंच जाएगी।
पलायन के लिए जिम्मेदार माने जाने वाले छठा कारण राज्य में खत्म हो जाएगा। फिर कोई ऐसा नहीं कहेगा कि हमारे गांव में बिजली नहीं है इसलिए हमने गांव छोड़ा। तय है कि अप्रैल के बाद सरकार को सिर्फ पांच कारणों का ही समाधान करना होगा। जिनमें सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य,रोजगार और पानी ही रह जाएगा।
राज्य की प्रभारी ऊर्जा सचिव राधिका झा की माने तो राज्य के 99.59 फिसदी गांव बिजली से रोशन हो गए हैं। ये जानकारी उन्होंने राज्य के मुख्य सचिव एस रामास्वामी को उस वक्त दी जब मुख्य सचिव दीन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना के प्रगति की समीक्षा कर रहे।
मुख्य सचिव को बताया गया कि राज्य में कुल आबाद ग्रामों की संख्या 15745 हैं। इनमें से 15681 ग्रामों का विद्युतीकरण हो गया है। जबकी 29 ग्रामों में विद्युतीकरण का कार्य चल रहा है। यह कार्य दिसम्बर 2017 तक पूरे हो जायेंगे। इस दौरान राज्य की प्रभारी सचिव ऊर्जा, राधिका झा ने बताया कि शेष 64 ग्रामों के विद्युतीकरण का कार्य अप्रैल तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इनमें से 48 ग्राम ग्रिड और 16 ग्राम ऑफ ग्रिड से जुडेंगे। जबिक बाकि गांवों का विद्युतीकरण का काम वन विभाग से एनओसी मिलने के बाद जल्द से जल्द पूरा हो जाएगा।