देहरादून: उत्तराखंड में अगले दो दिनों तक मौसम करवट लेता रहेगा। इस बीच, मंगलवार रात हुई बारिश और अंधड़ से कई घरों में पानी घुस गया। उत्तरकाशी के बड़कोट के निकटवर्ती धारा कलोगी गांव में आकाशीय बिजली से 22 मवेशी मारे गए।
जबकि पिथौरागढ़ में आधा दर्जन मवेशी सड़क के मलबे में जिंदा दफन हो गए। राज्य मौसम केंद्र ने अगले चौबीस घंटों के दौरान बारिश की संभावना जताई है। देहरादून और हरिद्वार समेत कई जिलों में अंधड़ के चलते पांच से 14 घंटे तक बिजली आपूर्ति बाधित रही। इधर, बारिश से तापमान में गिरावट दर्ज की गई। चारधाम यात्रा पूरे दिन सुचारु रही।
पर्वतीय इलाकों में मंगलवार दोपहर से ही मौसम ने करवट लेनी शुरू कर दी थी, जबकि देहरादून, हरिद्वार व अन्य जिलों में रात करीब एक बजे अंधड़ के साथ बारिश शुरू हुई। उत्तरकाशी जिले के रिखाड गांव में बरसाती नाले में उफान आने से पैदल पुलिया एवं दर्जनभर खेत बह गए। टिहरी जिले के राम गांव में एक मकान की दीवार ढह गई, नैनबाग में सुरक्षा दीवार ढ़हने से दो आवासों को खतरा पैदा हो गया। देहरादून में भी कई घरों में बारिश का पानी घुस गया।
कुमाऊं मंडल के सीमांत जनपद पिथौरागढ़ में तेज बारिश की वजह से टनकपुर-तवाघाट हाईवे आठ घंटे और थल -मुनस्यारी मार्ग तीन घंटे बंद रहा। गणाईगंगोली के फटियाली गांव में निर्माणाधीन सड़क का मलबा घुसने से आधा दर्जन मवेशी जिंदा दफन हो गए। इधर, अंधड़ की वजह से देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी, नई टिहरी, उत्तरकाशी और चमोली में बिजली की आपूर्ति गड़बड़ाई।